◼️गरीब परिवार को समय रहते नहीं मिल रहा राशन, दर-दर  की ठोकरें खाने को मजबूर


रिपोर्ट :- वेद प्रकाश चौहान

हरिद्वार :- केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार भले ही गरीब लोगों को सरकारी राशन दिलवाने के लिए बड़े-बड़े वादे कर रही हो, पर यह वादे हकीकत में कहीं बयान नहीं हो रहे हैं, और खुद ही सरकारी अधिकारी से लेकर कर्मचारी सरकार के वादों को धराशाई करने से बाज नहीं आ रहे हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा गरीब लोगों को सरकारी राशन के लिए कई प्रकार की योजना बना चूंकि है, पर फिर भी गरीब परिवार को राशन लेने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने पड़ रही है, और तो और समय रहते हैं उन्हें राशन भी नहीं मिल पाता।

कई बार देखा गया है कि राशन डीलर अपनी मनमानी कर एक गरीब पारी परिवार का राशन डकार ले लेते हैं, सरकार द्वारा राशन कार्ड को अब इलेक्ट्रॉनिक कार्ड में तब्दील कर दिया है, फिर भी उसके बाद लोगों को अभी तक उसकी पूरी सुविधा नहीं मिल पा रही है। इससे साबित होता है कि सरकारी अधिकारी सहित कर्मचारी ही सरकार की योजना को विफल करने में लगे हुए हैं। ऐसा ही मामला हरिद्वार धर्मनगरी से जुड़ा है, जहां राशन माफिया सहकारी भंडार की सांठ गांठ से गरीब परिवार राशन के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। 

हरिद्वार में क्षेत्र कार्यालय की सांठ गांठ से सहकारी भंडार में राशन माफिया चेयरमेन की सांठ गांठ से लाखों रुपए का राशन घोटाला होने की चर्चा शहर में जोरों पर चल रही है। राशन डीलर समय पर दुकान नहीं खोलते है, कई बार शिकायते करने पर निरीक्षण केवल कागजों में ही खानापूर्ति कर सिमटकर रह जाता हैं, सहकारी भंडार के संचालक प्रति माह मोटी रकम चेयरमैन से लेकर निरीक्षको के उपहार के तौर पर बहुचर्चित हैं। ज्वालापुर, घास मंडी, टीबड़ी व माता मंदिर समेत दर्जनों दुकानों में राशन घोटाला का शहर चर्चा का विषय बना हुआ है।
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