रिपोर्ट :- विकास शर्मा

उत्तराखण्ड :- हरिद्वार नगरी में आवारा पशुओं का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है हरिद्वार क्षेत्र के कई कालोनियों में आवारा कुत्तों और पशुओं का आतंक से निजात हेतु नगर निगम से कई बार गुहार लगा चुके हैं लेकिन निगम प्रशासन की नींद कोई भीषण दुर्घटना घटने पर ही टूटेगी ऐसा प्रतीत होता है।                  

कनखल के भगवंत पुरम कृष्णा नगर गणेश पुरम आदि क्षेत्रों में कई बच्चे और बुजुर्ग इन आवारा कुत्तों के शिकार हो चुके हैं यही हाल हरिद्वार मध्य क्षेत्र रेलवे रोड शिव मूर्ती श्रवण नाथ नगर मायापुर क्षेत्र का है।आवारा कुत्ते भी कई बच्चों को अपना शिकार बना चुके है। नगर निगम का कांजी हाउस अधिकारयों की एशगाह बना है। हाल ही में भी कनखल क्षेत्र स्थित कॉलोनी वासियों ने नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर आवारा पशुओं के खिलाफ शिकंजा कसने के लिए कहा था, पर वह भी ज्ञापन हवा हवा ही साबित हुए है, जिसके चलते सड़क पर घूम रहे आवारा कुत्ते भी छोटे-छोटे बच्चों सहित महिलाएं, बुजुर्गों को अपना शिकार बना रहे हैं।                                                                        
आवारा पशुओं को लेकर क्षेत्रवासियों में डर का माहौल बना हुआ है। कभी भी किसी भी समय कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। जिसको लेकर हरिद्वार नगर निगम आवारा पशुओं को पकड़ने में लाचार साबित हो रहा है, शहर में चर्चा यह है की निगम द्वारा लाखों रुपए के फर्जीवाड़ा बिल बनाकर आवारा पशुओं के चारे व वाहन कर्मियों के निगम बनाकर डकार ले रहा है। इन लापरवाह अधिकारियों की शिकायतें मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड मुख्य सचिव, शहरी सचिव, डी०एम व मंडल आयुक्त को की है।
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