रिपोर्ट :- अजय रावत

यूपी/गाज़ियाबाद :- आध्यात्मिक गुरु एवं ज्योतिषाचार्य शिव कुमार शर्मा ने बताया कि दशहरा अथवा विजयदशमी का पर्व इस वर्ष 5 अक्टूबर 2022 को दिन बुधवार को मनाया जाएगा। इस दिन श्रवण नक्षत्र होने से छत्र योग बनता है जो अत्यंत कल्याणकारी होता है। विजयदशमी को श्रवण नक्षत्र का होना बहुत ही शुभ होता है जो शाम को 9:14 तक रहेगा। दशहरा पूजन मध्याह्न में करते हैं और रावण दहन शाम को करेंगे।

उसके मुहुर्त इस प्रकार हैं
दशहरा पूजन का शुभ मुहूर्त  प्रातः 9: 33 बजे से 11:51 बजे तक रहेगा। 12:00 से 1:30 तक राहुकाल है। इसमें दशहरा पूजन नहीं करना चाहिए। उसके पश्चात 13: 54 बजे से 15:37 बजे तक विजय दशमी पूजन का शुभ मुहूर्त है।
रावण दहन रात्रि 6:30 बजे से 22:02 बजे तक कर सकते हैं।

दशहरे के बारे में शास्त्रीय प्रमाण इस प्रकार है
- दशहरा (रावणदाह) ता.5अक्टू. 2022 दिन बुधवार में सर्वमतेन मान्य रहेगा। यद्यपि दशमी साकल्पादिता तिथि मध्याह्नकाल तक रहेगी। इस पर्व में श्रवण नक्षत्र की बलिष्ठता है। अपराह्णकाल व्यापिनी दशमी ली जाती है- 

दिनद्वयेऽपराह्नव्याप्त्य व्याप्त्योरेकतरदिने श्रवणयोगे यद्दिने श्रवणयोगः सैवग्राह्या॥ 

धर्मसिन्धु पृ.112।  दोनों दिन दशमी अपराह्नकाल में हो अथवा न हो परन्तु जिस दिन श्रवण नक्षत्र विद्यमान हो उसी दिन विजया दशमी मान्य रहेगी जैसा कि इस वर्ष 5 अक्टूबर 2022 के दिन है। इसलिए विजयादशमी  (रावण दहन) 5 अक्टूबर  2022 बुधवार को सर्वसम्मति से मान्य रहेगा।
Previous Post Next Post