◼️हिन्दुओ के नेताओं की गाँधी बनने की चाह ने सम्पूर्ण विश्व को विनाश की ओर धकेल दिया: महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज

◼️अकेले सन्यासी को गाँधी की समाधि पर उपवास करने से रोकना लोकतंत्र के मूलभूत सिद्धांत का हनन: स्वामी अमृतानंद जी महाराज



रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने पूरे विश्व मे हिन्दुओ पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में आज गाँधी की समाधि पर उपवास करने जा रहे थे। परंतु उत्तर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी को आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखना था।

शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर एवं जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि को गाजियाबाद पुलिस ने मंगलवार सुबह हिरासत में ले लिया है। लोगों को लगातार मिल रहीं 'सिर तन से जुदा' करने जैसी धमकियों को लेकर आज वे दिल्ली में राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि के पास उपवास पर बैठने वाले थे। कानून व्यवस्था बिगड़ने की दृष्टि से पुलिस ने उन्हें यूपी-दिल्ली बॉर्डर से कस्टडी में ले लिया है। यति को फिलहाल थाना कौशांबी में रखा गया है।

पिछले दिनों एक बयान में यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा था, ''आज इस्लामिक जिहादियों द्वारा जितना अत्याचार हिंदुओं पर किया जा रहा है, वो अवर्णनीय है। बहुत ही सुनियोजित तरीके से हर दिन इस्लाम के जिहादी किसी ना किसी हिंदू की हत्या करते हैं और प्रतिवर्ष लाखों हिन्दू बेटियों को बर्बाद कर देते हैं। जो हिंदुओं की आत्मरक्षा के लिए आवाज उठाता है, उसे 'सिर तन से जुदा' करने की धमकियां दी जाती हैं।''

यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा, ''देश में हिंदुओं की दुर्दशा के पीछे गांधी की विचारधारा है, जो आज हर राजनेता का वैचारिक आदर्श बन चुका है। इसलिए गांधी को ही हिंदुओं के विनाश का जिम्मेदार समझते हुए मुझे गांधी प्रतिमा पर एक दिवसीय उपवास रखकर अनुयायियों का ध्यान इस कत्लेआम की तरफ दिलाना था।
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