रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- आईआईए के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष नीरज सिंघल नेतृत्व में आईआईए एनसीआर के समस्त चैप्टरों (गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा, हापुड़, ग्रेटर नोएडा, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बुलन्दशहर, बागपत, मोदीनगर इत्यादि) ने संयुक्त रूप से एनसीआर व निकटवर्ती क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबन्धन हेतु आयोग के उद्योगों पर मनमाने दिशा-निर्देश व नियमों के सम्बन्ध में एक विशाल कार रैली के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

रैली प्रारम्भ होने से पूर्व मेरठ सांसद राजेन्द्र अग्रवाल को प्रधानमंत्री के नाम प्रेषित ज्ञापन की प्रति प्रदान की।  सांसद आईआईए प्रतिनिधिमंडल की बैठक वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से कराने हेतु प्रयासरत हैं, शीघ्र सम्पर्क कर बैठक का समय लिया जायेगा। इसके अलावा उन्होनें आश्वासन दिया है कि यदि आवश्यकता पड़ी तो प्रधानमंत्री से भी समय लेकर उक्त के सम्बन्ध में वार्ता की जायेगी।

रैली पूर्वांह 11 बजे पीवीएस मॉल शास्त्री नगर, मेरठ से प्रारम्भ होकर गढ़ रोड नौचंदी चौराहा से कचहरी गेट होते हुए कमिश्नर कार्यालय में ज्ञापन देने पहुँची। कमिश्नर की अनुपस्थिति के कारण उनके द्वारा मनोनित अधिकारी को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन के माध्यम से निम्नांकित माँगों को रख गयाः-

1. सीएक्यूएम के आदेश के कारण एनसीआर की समस्त एमएसएमई बन्दी की कगार पर हैं, क्योंकि अधिकाँश उद्यम 5 किलोवॉट से 300 किलोवॉट तक के जेनसेट का प्रयोग करते हैं, जबकि 900 किलोवॉट से कम के पीएनजी से चलने वाले जेनसेट का उत्पादन आज की तिथि में कोई भी निर्माता नहीं कर रहा है। अतः जब तक विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित नहीं हो जाती अथवा कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हो जाती है, तब तक उद्योगों में लगे जेनसेट पर कोई पांबदी नहीं होनी चाहिए।

2. निरन्तर विद्युत आपूर्ति देने का दायित्व विद्युत विभाग का है और विद्युत विभाग के अपने दायित्व में असफल होने पर उद्यमी जेनसेट का प्रयोग करता है, जिसका पूर्ण दायित्व विद्युत विभाग का है। इसके लिए उद्योगों को क्यों गुनाहगार बनाया जा रहा है। कोई भी उद्यमी जेनसेट चलाना नहीं चाहता है। यह उद्यमी की विवश्ता है, क्योंकि इसकी लागत विद्युत की 4 गुणा महँगी पड़ती है।*

3. आज के परिवेश में विद्युत की उपलब्धता भी अधिक विश्वसनीय है तथा विद्युत की 20-22 घण्टे सामान्य आपूर्ति रहती है। जेनसेट आपात स्थिति के लिए रखे जाते हैं और उसकी उपयोगिता न के बराबर है। अतः समस्त गैर-प्रदूषणकारी ग्रीन चैनल एवं एमएसएमई इकाईयों के लिए जेनसेट के उपयोग से छूट दी जानी चाहिए, क्योंकि प्रदूषण में उनका योगदान नगण्य है।

4. सीएक्यूएम के आदेशों के कारण इंस्पेक्टर राज को बढ़ावा मिल रहा है, जो देश की प्रगति के लिए खतरनाक है, जिसका हम विरोध करते हैं।

रैली के दौरान वार्ता करते हुए नीरज सिंघल, प्रदीप गुप्ता व मनोज कुमार ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए तथा अवगत कराया कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम वर्ग कृषि के उपरान्त देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने वाला सैक्टर है, के बावजूद अनेकों नियम व आदेश मनमाने ढंग से लागू किए जा रहे हैं, जिससे उद्योगों बंदी के साथ-साथ राजस्व को नुकसान तथा बेरोजगारी को बढ़ावा मिलेगा। 

रैली के इस अवसर पर गाजियाबाद चैप्टर की ओर से  प्रदीप कुमार गुप्ता, राष्ट्रीय सचिव, राकेश अनेजा, चेयरमैन, संजय अग्रवाल, सचिव, मनोज कुमार, चेयरमैन व अमित नागलिया, को-चेयरमैन, पीएनजी एवं एंवायरमेंट समिति, राजीव गोयल, चेयरमैन, आरटीआई समिति, प्रमोद जॉन, उपाध्यक्ष, हर्ष अग्रवाल, सं0 सचिव,नवीन धवन, ई0सी सदस्य, राकेश लोहिया, सदस्य तथा मेरठ, नोएडा, हापुड़, ग्रेटर नोएडा, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बुलन्दशहर, बागपत, मोदीनगर इत्यादि के चैप्टर चेयरमैन एवं सदस्यों सहित 200 गाड़ियों के साथ 500 पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे।
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