रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा लौह पुरुष भारत नव निर्माण के प्रतीक, अखंड भारत के निर्माता, भारत रत्न, स्वतंत्र भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती कार्यक्रम ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरूप पार्क जी0टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में आयोजित किया गया, कार्यक्रम की अध्यक्षता ड़ा0 विशन लाल गौड़ ने की, कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संस्था के संस्थापक/अध्यक्ष शिक्षाविद राम दुलार यादव रहे, आयोजन हाजी मोहम्मद सलाम, संचालन इंजी0 हरिभान सिंह पटेल अध्यक्ष पटेल सेवा संस्थान ने किया, कार्यक्रम में शामिल विद्वानों, गणमान्य नागरिकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने लौह पुरुष के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें स्मरण कर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके बताए विचार पर चलने तथा अखंड भारत को और शक्तिशाली बनाने तथा सभी की उन्नति हो पद चिन्हों पर चलने का संकल्प लिया, कार्यक्रम में हरिभान सिंह पटेल, अंशु ठाकुर ने भी विचार व्यक्त किया| 
       
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षाविद राम दुलार यादव ने कहा कि सरदार पटेल ने देश के नव निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, वह स्पष्ट वक्ता, सत्यवादी, नैतिकता की प्रतिमूर्ति, जातिवाद के घोर विरोधी, हिन्दू-मुस्लिम एकता के पक्षधर थे, उन्होने न केवल 562 रियासतों को मिलाकर अखंड भारत बनाया, बल्कि उनका कहना था कि भारत के सभी नागरिकों का प्रमुख काम देश की सुरक्षा और स्वतन्त्रता की रक्षा करना है, उन्हें जो संवैधानिक अधिकार मिले हैं उन्हें याद रखते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन देश हित में करना है| उन्होने कहा कि मेरी एक मात्र इच्छा यह है कि हमारा देश अच्छा अन्न उत्पादन करे, जिससे कोई भूखा न रहे, देश में भोजन के लिए दुखी न हो, आसूं न बहाये, लेकिन आज आजादी के 75 वर्ष बाद भी करोड़ों लोगों को एक जून की रोटी नहीं मिल रही, 80 करोड़ लोग 5 किलो अनाज पाने के लिए टकटकी लगाए रहते है, उन्होने अखंड भारत का निर्माण किया, आज जाति, धर्म, नफरत, असहिष्णुता की दीवार को हम तोड़ नहीं पाए, हमें उनके स्पष्ट वादिता, नैतिकता, निर्भीकता के उदात्त गुणों को अपनाना चाहिए, झूठों और जुमलों से सावधान रहना चाहिए, तभी हम लोकतंत्र को मजबूत कर उनके सपनों की सरकार बना पाएंगे, आज सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर जनता को ठगा जा रहा है, जबकि वह लोग कभी भी उनकी विचारधारा से सहमत नहीं हुए|
         
मुख्य अतिथि डॉक्टर विशन लाल गौड़ पूर्व प्राचार्य ने कहा कि लौह पुरुष सरदार पटेल ने विखरी रियासतों को देश में मिला साहसिक कार्य किया, उनकी निर्णय करने की क्षमता बेजोड़ थी, वह किसानों के असली हितैषी थे, खेड़ा और बारदौली के किसानों की मांगों के समर्थन में बड़ा आंदोलन चलाया, अंग्रेज घबरा गया, किसानों की लगान कम करनी पड़ी, इसी आंदोलन की सफलता से प्रभावित हो महात्मा गांधी ने उन्हें सरदार की उपाधि दी, उन्होंने कहा कि “सरदार पटेल ने मजबूत हिंदुस्तान बनाया” हम गुजरात में एक मजबूत पुल भी न बना पाए, न उसकी ठीक से मरम्मत कर पाए, जिसका परिणाम सैकड़ों लोगों की असमय जान चली गई, कार्यक्रम के अंत में शांति पाठ के साथ 2 मिनट का मौन रख दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई| तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना की गयी|  
        
कार्यक्रम में प्रमुख साथियों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें स्मरण किया, प्रमुख रहे डॉक्टर बिशन लाल गौड़, रामदुलार यादव, डॉक्टर देवकर्ण, एस एन अवस्थी, हरिभान सिंह पटेल, सम्राट सिंह यादव, बिंदु राय, रेनू पुरी, सुधा ठाकुर, शबाना, दयाल शर्मा, एस एन जायसवाल, अंशु ठाकुर, सुरेन्द्र यादव, ओमप्रकाश अरोड़ा, योगेश कुमार, रितेश कुमार, गोपाल साहू, पंडित विनोद त्रिपाठी, गुड्डू यादव, हाजी मोहम्मद सलाम, गुल बदन, प्रेम चंद पटेल, राजीव गर्ग, सुरेश कुमार भारद्वाज, केदार सिंह, अजय राय, संभू यादव, आदि।
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