रिपोर्ट :- अजय रावत

गाजियाबाद :- सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर में पिछले दिनों से उत्सवों की शृंखला मनाई जा रही है। धन-त्रयोदशी, हनुमान चतुर्दशी, दीपावली के बाद आज श्री गोवर्धनजी पूजन तथा अन्नकूट उत्सव भी बड़े हर्षोल्लास से मनाए गए। इस पर्व मे श्रद्धालुओं ने दर्शन कर अन्‍नकूट ग्रहण किया। मंदिर में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी। सम्पूर्ण परिसर को फूलों के तोरण से सजाया गया। संतों ने वैदिक महापूजाविधि से गोवर्धन जी का पूजन किया। मंदिर परिसर में ही गोमाता की अर्चना कर उनकी मंत्रों से स्तुति की गई। 

मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायणगिरि जी महाराज के सानिध्य एवं आशीर्वाद से पुजा अर्चना कि गई एवं बताया कि भारत की प्राचीन सनातन परंपरा में गोवर्धन पूजा का बड़ा महत्‍व है। भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उठाकर इंद्र के कोप से गोकुलवासियों की रक्षा की थी। तबसे गोवर्धन जी की पूजा प्रचलित हुई। भगवान की शरणागति के साथ प्रकृति के प्रति प्रेम का भी यह अनुपम उदाहरण है। भारतीय सनातन संस्कृति और धर्म के वैश्विक    देशभर के सभी मंदिरों में यह उत्सव बड़े धुमधाम पर मनाया जाता है। 

इस अवसर पर स्वामी रमेशानंद गिरि जी महाराज एवं आचार्य लक्ष्मीकांत पाढी एवं आचार्य तोयराज उपाध्याय आचार्य विकास पांडे एवं दुधेश्वर वेद विद्यापीठ के छात्रों द्वारा एवं दुधेश्वर सिंगार सेवा समिति के अध्यक्ष विजय मित्तल ,मीडिया प्रभारी एस आर सुथार आदि में अनेक भक्तों द्वारा गोवर्धन पूजा अर्चना की गई।
Previous Post Next Post