रिपोर्ट :- विकास शर्मा

हरिद्वार :- देवभूमि उत्तराखंड के चार धामों में से प्रमुख गंगोत्री धाम के कपाट बुधवार को अन्नकूट पर्व पर विधिवत पूजा अर्चना के साथ 12:01 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। भैया दूज के अवसर पर केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट 27 अक्तूबर को बंद हाेंगे, जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे।

शीतकालीन अवसर पर मां गंगा की उत्सव डोली शीतकालीन पड़ाव मुखीमठ (मुखबा) के लिए रवाना हुई। डोली गुरुवार को मुखबा पहुंचेगी। जिसके बाद श्रद्धालु आगामी छह माह तक मुखीमठ (मुखबा) में ही मां गंगा के दर्शन कर सकेंगे। स्वाती नक्षत्र प्रीतियोग शुभ लग्न पर ठीक 12:01 पर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ बंद किए गए। इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने विशेष पूजा व गंगा लहरी का पाठ किया। डोली में सवार होकर गंगा की भोगमूर्ति जैसे ही मंदिर परिसर से बाहर निकली तो पूरा माहौल भक्तिमय हो उठा।

आगामी छह माह तक मां गंगा की विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी। इस मौके पर गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान.गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश् सेमवाल, सचिव सुरेश सेमवाल, राजेश सेमवाल, पवन सेमवाल, हरीश सेमवाल सहित तीर्थ पुरोहित एवं देश-विदेश के सैंकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।
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