रिपोर्ट :- विकास शर्मा

उत्तराखण्ड :- हरिद्वार की महिला स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार के खिलाफ शोषण का आरोप लगाते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोला। चिकित्सालय परिसर में उत्तराखंड मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण एसोसिएशन के बैनर तले महिला स्वास्थ्य कर्मियों का नेतृत्व कर रही एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्षा श्रीमती गुड्डी मटुडा ने बताया कि पूरे प्रदेश में केवल हरिद्वार में ही हेल्थ विजिटर के प्रमोशन जानबूझकर रोके गए हैं सीएमओ डॉक्टर खगेंद्र कुमार केवल हरिद्वार के 16 पदों की पदोन्नति की फाइल को रोके हुए हैं। 

उन्होंने कहां कि न्यायालय के स्पष्ट आदेशों के बावजूद भी सीएमओ जबरदस्ती फाइल को शासन में घुमाने और 20 -30 साल की नौकरी के बावजूद दोबारा ट्रेनिंग की अनिवार्यता का नियम कर्मचारियों पर लगा रहे हैं। जबकि पूरे उत्तराखंड में कहीं भी दोबारा ट्रेनिंग का कहीं भी कोई ऐसा प्रावधान नहीं है। इस तरह से मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा किसी भी मंशा वश  पदोन्नति प्रभावित कर लंबित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 2018 से ही केवल उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में प्रमोशन रोके गए हैं। महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने ज्ञापन के माध्यम से एक सप्ताह तक का अल्टीमेटम देते हुए कहा यदि सप्ताह के अंदर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो स्वास्थ्य निदेशालय में घेराव कर प्रदर्शन किया जाएगा।
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