रिपोर्ट :- संजय चौहान

उत्तराखण्ड/हरिद्वार :- विश्व हिन्दू परिषद से संबद्ध धर्म यात्रा महासंघ का 30वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बैरागी कैंप कनखल में आयोजित समारोह में हवन, पूजन व प्रभु संकीर्तन के साथ सैंकड़ों लोगों ने सामाजिक समरसता का प्रतीक खिचड़ी प्रसाद ग्रहण किया।
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ व धर्मयात्रा महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में हुए स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए धर्मयात्रा महासंघ के राष्ट्रीय मंत्री डा. रजनीकांत शुक्ल ने कहा कि धर्मयात्रा महासंघ की स्थापना विहिप के तत्कालीन अन्तराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल ने 29 वर्ष पूर्व हरिद्वार में ही की थी। 

मकर संक्रांति पर्व पर अस्तित्व में आए इस महासंघ की आज भारत के सभी प्रांतों में संगठन व शाखाएं हैं। भारत की आत्मा तीर्थों में वास करती है। तीर्थों का विकास भारत का विकास है, धर्मयात्रा महासंघ का ध्येय वाक्य है। इसी दृष्टिकोण से महासंघ केन्द्रीय स्तर पर प्रत्येक वर्ष एक ज्योतिर्लिंग का चयन कर वहां रूद्राभिषेक का बड़ा आयोजन करता है। अयोध्या से जनकपुरी तक राम विवाह यात्रा का आयोजन महासंघ का विशेष आकर्षण है। संगठन केन्द्रीय और स्थानीय स्तर पर अनेक धार्मिक यात्राओं के साथ मानसरोवर व अमरनाथ में तीर्थयात्रियों के लिए विवधि व्यवस्थाएं जुटाता है। तीर्थों पर होने वाले आयोजन और विकास से तीर्थ पुरोहितो को जोड़ने के लिए महासंघ ने तीर्थ पुरोहित महासंघ की स्थापना भी की है। महांसंघ की मांग पर अनेक राज्य सरकारों ने पर्यटन मंत्रालय से अलग तीर्थाटन मंत्रालय भी बनाए हैं।

समारोह में महासंघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष डा. चन्द्रधर काला, महिला मण्डल की राष्ट्रीय अध्यक्ष आशा गुप्ता, प्रांतीय कोषाध्यक्ष डा. उपेन्द्र गुप्ता, डा. शैलेन्द्र, रविदत्त शर्मा तथा पूर्व पार्षद ललिता मिश्रा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सामाजिक समरसता व धर्म जागरण के प्रति खिचड़ी भोज में सैंकड़ों लोगों के प्रसाद ग्रहण के साथ समारोह सम्पन्न हुआ।
कमलेश्वर मिश्रा ओर संघ के नगर विद्यार्थी प्रमुख आदित्य के संयोजन में हुए समारोह में नगर प्रचारक नरेश मुखर्जी, विद्या भारती के प्रदेश निरीक्षक डा. विजयपाल सिंह, शेर सिंह, सुषमा मिश्रा, जानकी प्रसाद, नरेश चौहान, मंजू अग्रवाल आदि की प्रमुख भूमिका रही।
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