◼️प्रसिद्धि प्रतिष्ठा के लिए होता है अद्भुत योग



रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- 15 फरवरी 2023 को शाम 8:02 बजे शुक्र अपनी उच्च राशि मीन  में आएंगे जो 12 मार्च तक रहेंगे।।
मीन राशि में ही गुरु का गोचर चल रहा है। जो विभिन्न राशि के जातकों के लिए शुभ होता है। क्योंकि मीन राशि गुरु की स्वराशि होती है और शुक्र की उच्च राशि होती है ।ऐसे योग जब बनते हैं तो बहुत ही शुभ होते हैं।।
यद्यपि गुरु और शुक्र आपस में विरोधी और शत्रु ग्रह हैं जो विश्व के लिए शुभ नही हैं। किंतु मीन राशि में शुक्र का होना और वैसे वह भी गुरु के साथ बहुत श्रेष्ठ माना गया है ।
 केंद्र स्थान अर्थात 1,4,7, 10 इन भावों में जब भी स्वराशि ,मूलत्रिकोण और उसके शुक्र होते हैं। 

ज्योतिषीय दृष्टि से उसे पंच महापुरुषों में मालव्य योग कहते हैं ।मालव्य योग बहुत ही श्रेष्ठ होता है ।जो बड़े-बड़े राजा महाराजाओं, उद्योगपतियों, नेताओं, अभिनेताओं की कुंडली में होता है।जिन बालकों का जन्म 16 फरवरी2023  से 12 मार्च 2023तक निम्नलिखित लग्न में होगा। वह बालक कुलदीपक, प्रतिष्ठित, धन ऐश्वर्य से युक्त होगा।
मीन लग्न- प्रातः 8:19 से 9:45  बजे तक।
मिथुन लग्न- 13:15 से 15:29 बजे तक कन्या लग्न* 20-06 से 22-23 बजे तक ।
धनु लग्न- प्रातः 3-00 बजे  से 5-03 बजे तक।
उपरोक्त समयावधि में सूर्य संक्रांति के अंशात्मक वृद्धि होने से  यह लग्न कुछ मिनट आगे पीछे  हो सकते हैं ।इसलिए सही लग्न की समयावधि की जानकारी अपने निकटतम विद्वान से प्राप्त कर सकते हैं।
मैंने सैकड़ों जन्म कुंडली में पाया कि मीन राशि में शुक्र और बृहस्पति का मिलन व्यक्ति को विदेश में भाग्य उदय, उच्च प्रतिष्ठा प्राप्त और समाज में  मान्य होता है।

प्लान्डिड बेबी का चलन हो रहा है समाज में
वर्तमान युग यह भागदौड़ में व्यक्ति इतना व्यस्त हो गया है कि परिवार के लिए समय नहीं निकाल सकता है।
और महिलाएं का स्टैमिना इतना कम हो गया कि प्रसव पीड़ा सहन करने की क्षमता समाप्त हो गई है। जिसका लाभ अस्पताल ले रहे हैं ।प्रति दिन  ऑपरेशन से हजारों बच्चों का जन्म हो रहा है। ऐसे समय में कुछ लोग अब बच्चे के जन्म को भी शुभ लग्न के अनुसार प्लानिंग करने लगे हैं।
उनका मानना है कि जब बालक ऑपरेशन से ही होगा तो क्यों न अच्छा मुहुर्त देख कर के ही ऑपरेशन कराएं।
इस धारणा ने समाज में घर कर लिया है।
कई बार बहुत से व्यक्ति आते हैं कि अमुक समय अवधि में कोई अच्छा सा लग्न बताइए। ताकि हम बच्चे का ऑपरेशन करा सकें।

इसलिए अब प्लानडिड बेबी का जमाना आ गया है।
इच्छा अनुसार शुभ मुहूर्त में ऑपरेशन करा कर ग्रह नक्षत्रों का लाभ लेना उनका उद्देश्य हो गया है।
लेकिन मैंने अधिकतर मामलों में देखा है कि व्यक्ति कितने भी टाइम प्लानिंग कर ले जो संतान होने का समय आता है तो वह कहीं ना कहीं उस टाइम से आगे पीछे हो जाता है क्योंकि कर्म के अनुसार ही  बालक को जन्म मिलता है।  ऑपरेशन में देरी अथवा अन्य कारण से अधिकतर समय में फेल  हो सकता है। वैसे भी लग्न एक सूक्ष्म कुंडली नहीं है। उसके आधार पर कई सूक्ष्म कुंडलियां और होती है जिससे भाग्य का प्रॉपर निर्धारण होता है।

मेरा सुझाव तो यही है कि प्रसव पीड़ा के द्वारा जब जन्म होता है उससे महिलाओं और नवजात को का स्टैमिना बढ़ा चढ़ा रहता है। ऑपरेशन  से शरीर में कई विकृतियां जाती हैं।


विभिन्न राशियों पर मीन के शुक्र का प्रभाव
 
*मेष राशि* -मेष राशि के लिए बारहवें स्थान के शुक्र भोग विलास की सामग्रियों में धन खर्च कराएंगे ।
सही जगह धन निवेश करें तो लाभ होगा।
*वृषभ राशि-* वृषभ राशि में लाभ भाव के शुक्र विभिन्न स्रोतों से धन लाभ की प्राप्ति कराएंगे। मनोकामनाएं पूर्ण होगी।
*मिथुन राशि* मिथुन राशि वालों के लिए कर्मभाव में शुक्र का गोचर महिला सदस्यों से धन लाभ कराएगा, पत्नी से अच्छा सहयोग मिलेगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
*कर्क राशि* भाग्य भाव में शुक्र का गोचर कर्क राशि वालों के भाग्य की वृद्धि करेगा ।नए स्रोतों से लाभ होगा लंबी अथवा विदेश यात्रा हो सकती है।
*सिंह राशि* अष्टम भाव में शुक्र का गोचर थोड़ा सा चिंता बढ़ाने वाला होता है ।कार्य की अधिकता से स्वास्थ्य के के लिए ठीक नहीं  है।

वाहन धीमे चलाएं और अधिक पैसा निवेश न करें।
*कन्या राशि* कन्या राशि बालों के लिए सातवें भाव में शुक्र का गोचर साझेदार अथवा पत्नी से उचित सहयोग मिलेगा। कार्यक्षेत्र में वृद्धि होगी ।सम्मान प्राप्त होगा।
*तुला राशि* छठे भाव में शुक्र का गोचर विरोधियों से सावधान रहने का है ।लोग अनावश्यक बाधाएं उत्पन्न कर सकते हैं इसलिए सोच समझकर निर्णय लें ।स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

*वृश्चिक राशि* पंचम भाव में शुक्र का गोचर सामाजिक प्रतिष्ठा ,राजनीति में लाभ और संतान की ओर से संतुष्टि प्राप्त होगी।

*धनु राशि* धनु राशि वालों के लिए चतुर्थ भाव में शुक्र का गोचर उत्तम फल देने वाला है ।भूमि भवन ,वाहन आदि का सुख मिलेगा ।धन लाभ होगा।
*मकर राशि* तृतीय भाव में शुक्र का गोचर विरोधियों को शांत करने वाला है। मित्रों से लाभ होगा। पराक्रम वृद्धि होगी।

*कुंभ राशि* द्वितीय अर्थात धन भाव में गुरु और शुक्र का गोचर विशेष लाभ कराएगा ।परिवार की ओर से संतुष्टि मिलेगी। मंगल कार्यों में भाग लेंगे और धन लाभ होता रहेगा।
*मीन राशि* मीन राशि में अपनी राशि के ही स्वामी गुरु और उच्च के शुक्र बहुत शुभ रहेंगे। शारीरिक सौष्ठव बढेगा।लोगों का झुकाव आपकी तरफ बढ़ेगा। सौम्य और सुशील स्वभाव से आप सबका का मन मोह लेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान अवश्य रखें।

आचार्य शिव कुमार शर्मा  ,आध्यात्मिक गुरु एवं ज्योतिषाचार्य


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