रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- समाजवादी चिंतक, शोषित, दलित, वंचित, पिछड़ों, उपेक्षितों की आवाज, शोषित समाज दल के प्रखर वक्ता, जनता के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले तथा अपना प्राण न्योछावर करने वाले शहीद जगदेव बाबू कुशवाहा बिहार के लेनिन की जयंती का आयोजन लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा 1, स्वरूप पार्क जी0टी0 रोड साहिबाबाद ज्ञानपीठ केन्द्र पर किया गया, कार्यक्रम के संयोजक संस्था के संस्थापक/अध्यक्ष शिक्षाविद राम दुलार यादव समाजवादी चिंतक रहे, अध्यक्षता चंद्रबली मौर्य ने, मुख्य अतिथि अजय मौर्य, मौर्य सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे, संचालन इंजी0 धीरेन्द्र यादव ने किया, कार्यक्रम को डी0पी0 मौर्य, कैलाश चंद, एस0एस0 प्रसाद, राम प्यारे यादव, अंशु ठाकुर, मोहन सिंह मौर्य, श्याम नारायण अध्यक्ष ड़ा0 अंबेडकर जन कल्याण परिषद उ0प्र0 और मुख्य वक्ता वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने भी संबोधित किया।
        
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने कहा कि जब तक सामाजिक, आर्थिक गैरबराबरी रहेगी, राजनैतिक आजादी अधूरी है, आज राजनीति की दिशा बदली हुई है, एक तरफ 1% लोग पर 40% पूंजी पहुँच गयी है, वहीं 50% जनता 3% पूंजी पर गुजर-बसर कर रही है, आर्थिक असमानता चरम पर है, मंहगाई आसमान छू रही है, बेरोजगारी, बेकारी न्यूनतम स्तर पर, देश में गरीबी व्यापक स्तर पर, शहर में 1286/= प्रति माह, ग्रामीण क्षेत्र में 1089/= प्रति माह पर गुजर बसर कर रहे है, अधिकांश भारत की जनता गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही है| आज का बजट भी 100 करोड़ की जनता के लिए निराशाजनक है, शिक्षा और चिकित्सा के बजट में कटौती कर दी गयी, जो समाज के कमजोर वर्गों में निराशा पैदा करेगी, मंहगाई बढ़ेगी, बेरोजगारी रोकने का उपाय नहीं किया गया है, अमीर को राहत गरीब को आफत इस बजट की विशेषता है, गरीब और गरीब होगा, अमीर-अमीर।
       
कार्यक्रम में शामिल सभी साथियों ने शहीद बाबू जगदेव प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण तथा पुष्प अर्पित कर उन्हे स्मरण किया, तथा वंचितों, उपेक्षितों, कमजोर वर्गों को अधिकार दिलाने के लिए उनके बलिदान को याद किया, इस संकल्प के साथ कि 97% लोग आपके ऋणी है, इनके अधिकारों के लिए आप ने अपने प्राण का बलिदान कर दिया, फिरका परस्त ताक़तें आप के संघर्ष से इतनी भयभीत हो गयी कि पुलिस से मिलकर आप जब वक्तव्य दे रहे थे गोलियों से भून दिया, आप पानी मांगते रहे, लेकिन इतनी क्रूरता की, कि पानी तो दिया नहीं आप के मुंह में पेशाब कर दिया, इतनी घृणा का प्रदर्शन अमानवीय व्यवहार इतिहास में बहुत ही दुर्लभ है, निंदनीय है, लेकिन आपने जो वृक्ष लगाया आज वह वट वृक्ष बन गया, आप के बलिदान ने सोये हुए समाज में चेतना पैदा की, उसी का परिणाम है कि दरोगा प्रसाद राय, कर्पूरी ठाकुर, लालू प्रसाद यादव, रावड़ी देवी, जीतन राम माझी, नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बिहार के बने, और है, तथा वंचित समाज राजनीति की मुख्य धारा में है| उनका कहना था कि- 
                                               
“श्रमिक, राष्ट्रपति की संतान, सबको शिक्षा एक समान”
         
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शामिल रहे, डी0पी0 मौर्य, सहदेव गिरी, सी0पी0 सिंह, देवमन यादव, ओ0पी0 निमेष, इंद्रजीत सिंह, अनिल कुमार, धर्मेन्द्र यादव, सम्राट सिंह, मोहम्मद अली, नागेन्द्र मौर्य, हरिशंकर वर्मा, फूल चंद वर्मा, राहुल यादव, संजय पटेल, सुरेन्द्र यादव, गुड्डू यादव, रमेश गौतम, देव नाथ भारती, चुन्नी लाल चौरसिया, आदित्य कर्दम, याशिका, अब्दुल साहिल, फ़ौजुद्दीन, राम नेवल मौर्य, सविता देवी, असगरी खातून, तबसुम खातून, भगवानी देवी, रंजना, उर्मिला, अर्जुन प्रसाद, श्रीपाल कश्यप, राजा राम मौर्य, फिरोज चौधरी, गुल मोहम्मद, वशीम सब्बाग, अवधेश यादव, योगेन्द्र शर्मा, आफताब, अजीम, राम प्रवेश, विश्वनाथ यादव, मुनीव राम, बी0एस0 मलिक,  संतोष कुमार शर्मा आदि।
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