रिपोर्ट :- वेद प्रकाश चौहान
उत्तराखण्ड/हरिद्वार :- पूरे विश्व में गायत्री परिवार शांतिकुंज अपने सेवा कार्यों के लिए एक अलग पहचान रखता है। साथ ही शांतिकुंज सर्वधर्म समभाव के साथ आगे बढ़ रहा है। इस बीच कुछ समय पहले असामाजिक तत्त्वों ने शांतिकुंज को बदनाम करने के लिए साजिश करना प्रारंभ किया। और उन्होंने शांतिकुंज जैसी पवित्र संस्था के दैवीय अभियान को तोड़ने का प्रयास किया। जब उन्हें इस कुकृत्य पर सफलता नहीं मिली, तो फिर इन असामाजिक तत्त्वों ने पहले इलेक्ट्रानिक और सोशल मीडिया में भ्रामक तथ्यों को प्रचार किया। इससे उन्हें लगा कि शांतिकुंज की छबि खराब होगी, लेकिन उसे नहीं पता कि शांतिकुंज पर एक ऋषि का आशीर्वाद है। फिर भी उन्होंने अपनी नीचता के साथ बदनाम करना जारी रखते हुए शांतिकुंज परिवार का धैर्य की परीक्षा लेता रहा।
बताते दें कि मनमोहन, तोषण साहू, हरगोविन्द आदि ने वर्ष २०२० एक षड्यंत्र के तहत शांतिकुंज प्रमुख डॉ प्रणव पण्ड्या को बदनाम के उद्देश्य से दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। तब से उनके द्वारा सोशल मीडिया में षडयंत्र के तहत कई भ्रामक वीडियो, समाचार प्रकाशित करते रहे और उन्होंने गायत्री परिवार से जुड़े लाखों लोगों की भावनाएँ को चोट पहुंचाई। लोगों ने उसे कई बार समझाया किया। गायत्री परिवार के लाखों लोगों की श्रद्धा भावना को देखते हुए परेशान होकर शांतिकुंज ने संबंधित के खिलाफ पुलिस में एफआरआई दर्ज कराई। ताकि लोगों को असामाजिक तत्वों की दुष्टता से परेशान होने से बचाया जा सके। हरिद्वार पुलिस ने भारतीय दण्ड संहिता 1860 के अंतर्गत धारा 298, 384, 504, 505, 506 के अंतर्गत एफआरआई दर्ज कर संबंधित सोशल मीडिया चलाने वाले के खिलाफ कार्यवाही प्रारंभ कर दी है।