रिपोर्ट :- विकास शर्मा
हरिद्वार :- तीर्थ नगरी हरिद्वार में आगामी 27 अप्रैल को गंगा सप्तमी स्नान पर्व पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है जिसके लिए प्रशासन द्वारा तैयारियां आरंभ कर दी गई है। गंगा सप्तमी शुक्ल पक्ष के सप्तमी तिथि को मनाई जाती है इस दिन मां गंगा ब्रह्मा जी के कमंडल से अवतरित हुई थी।
हरिद्वार नगरी में 27 अप्रैल को गंगा सप्तमी पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म में सभी नदियों में मां गंगा को श्रेष्ठ पूजनीय और पवित्र माना गया है इस दिन मां गंगा में स्नान करने से मनुष्यों के सात जन्मों के पाप धुल जाते हैं और उन्हें अमृत की प्राप्ति होती है इस अवसर पर हरिद्वार में शोभायात्रा निकाली जाती है जिसमें मां गंगा की डोली पालकी के साथ निकाली जाती है जो हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर पहुंचती है मां गंगा की आरती उपरांत स्नान करने से मां गंगा से आशीर्वाद प्राप्त कर मनुष्य की समस्त मनोकामना पूर्ण हो जाती है।
गंगा सप्तमी के दिन गंगा घाट पर श्राद्ध करने से पित्र दोष से भी मुक्ति मिलती है जिन पूर्वजो की की अकाल मृत्यु होती है उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है ऐसा माना जाता है कि गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा ने अपने जल से भगवान विष्णु की चरण वंदना करके उनके लोक में स्थान पाया था। अतः गंगा सप्तमी पर स्नान करने से मनुष्य की समस्त पापों से मुक्त होकर मां गंगा का आशीर्वाद प्राप्त करता है।