रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- एमएमएच कॉलेज के लिए आज का दिन इस अर्थ में अविस्मरणीय रहा कि आज तीन अलग-अलग विषयों में 5 शोधार्थियों के पीएच.डी. वाइबा संपन्न हुए। सबसे पहले महाराज सिंह ने अपने शोध विषय 'पर्यावरणीय परिवर्तन एवं कृषि चुनौतियां उत्तर प्रदेश के जनपद गाजियाबाद में खाद्य सुरक्षा और जीवन की गुणवत्ता का एक भौगोलिक अध्ययन' विषय पर पीएचडी वाइबा दिया। विषय विशेषज्ञ थे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सैयद नौशाद अहमद। इसके पश्चात सूरज वर्मा ने जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर मोहम्मद इश्तियाक के समक्ष अपने शोध विषय 'प्रॉब्लम एंड प्रोस्पेक्ट ऑफ वॉटर स्कार्सिटी इन मेरठ सिटी ऑफ उत्तर प्रदेश: अ स्टडी ऑफ क्वालिटी एंड क्वांटिटी इंप्रूवमेंट ऑफ वाटर रिसोर्सेज' पर प्रस्तुतीकरण दिया। 

विनोद कुमार सिंह ने 'झारखंड राज्य में जनसंख्या संरचना का स्वरूप: एक भौगोलिक अध्ययन (2001- 2011) विषय पर जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर मोहम्मद इश्तियाक के समक्ष वायवा दिया। इन तीनों शोधार्थियों के पर्यवेक्षक वर्तमान में एसएसवी कॉलेज हापुड़ के प्राचार्य प्रोफेसर एनसी सिंह थे। इसके पश्चात समाजशास्त्र विभाग की अध्यक्ष डॉ विमलेश यादव की शोध छात्रा अंजेश देवी ने 'मीडिया में कार्यरत महिलाएं: एक समाजशास्त्रीय अध्ययन' विषय पर अपना वायवा दिया। तदुपरांत विधि विभाग में प्रोफेसर सुनयना त्रिशल के शोध निर्देशन में प्रियदर्शनी ने 'चेंजिंग डाइमेंशंस ऑफ डोमेस्टिक वायलेंस अगेंस्ट विमेन इन इंडिया: सोशियो एंड लीगल एनालिसिस' विषय पर रोहिलखंड विश्वविद्यालय के डीन प्रोफेसर अमित सिंह के समक्ष वायवा दिया। सभी शोध छात्रों ने बाह्य परीक्षकों के प्रश्नों का सारगर्भित, संतोषजनक उत्तर दिया। एक ही दिन संपन्न हुए 5 शोधार्थियों के पीएच.डी. वायवा पर हर्ष व्यक्त करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर पीयूष चौहान ने शोधार्थियों को बधाई दी एवं आशा व्यक्त किया कि एम एम एच कॉलेज गाजियाबाद गुणवत्ता परक शोध के क्षेत्र में एक शीर्ष संस्था के रूप में उभरेगा। 

इस अवसर पर डीन प्रोफेसर केशव कुमार, चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर वाईएस तोमर, प्रोफेसर पंकज त्यागी, प्रोफेसर सुनयना त्रिशल,  प्रोफेसर अशोक वर्मा, डॉ क्रांतिबोध, डॉ संजीत प्रताप सिंह, डॉ हेमेंद्र, डॉ शैलेंद्र गंगवार सहित कई शिक्षक एवं शोधार्थी उपस्थित थे।
Previous Post Next Post