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गाजियाबाद :- ऑल स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवानी जैन ने डीएलएफ स्कूल में एक बच्ची के साथ हुए डिजीटल रेप मामले में स्कूल को बचाने का आरोप पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों पर लगाया है। एक प्रेसवार्ता में शिवानी जैन और महासचिव सचिन सोनी ने कहा कि बच्ची के साथ हुए इस घटनाक्रम में शुरू से ही स्कूल प्रशासन व कर्मचारी के खिलाफ लापरवाही बरती गई। स्कूल परिसर में इस घटना को अंजाम दिया गया लेकिन स्कूल के किसी कर्मचारी या अन्य स्टाफ से कोई पुछताछ नहीं की गई। बच्ची घटना के समय एक अन्य महिला के साथ होने की बात कह रही थी लेकिन उस महिला की कोई जांच नहीं की गई। पहले छेडछाड की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया बाद में डिजीटल रेप का मामला दर्ज किया गया और आरोपी को जेल भेजा गया। 

शिवानी जैन ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में स्कूल के खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिस कर्मचारी ने घटना को अंजाम दिया वह मूलरूप से नेपाल का रहने वाला है। लेकिन उसकी कोई वेरीफिकेशन स्कूल ने नहीं की । आज बच्ची की हालात यह है कि वह डर के कारण घर से बाहर निकलने को तैयार नहीं है। स्कूल ने असंवदेनशीलता दिखाते हुए

बच्ची की स्कूल फीस तक वापस नहीं की है जबकि बच्ची सिर्फ 15 दिन ही स्कूल जा पाई है। शिवानी जैन ने कहा कि स्कूल परिसर में बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म से बच्ची को हुए मानसिक तनाव के ईलाज में आए डॉक्टरी खर्चे के साथ- साथ आगामी सत्र 2024-25 में बच्ची के अन्य स्कूल में दाखिला कराने की जिम्मेदारी डीएलएफ स्कूल प्रबंधन की होनी चाहिए। इस सम्बंध में प्रदेश के राज्यपाल, सीएम, प्रमुख सचिव को भी घटना से अवगत कराया गया है।
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