रिपोर्ट :- अजय रावत
गाज़ियाबाद :- विश्व ब्रह्मऋषि ब्राह्मण महासभा के संस्थापक अध्यक्ष ब्रह्मऋषि विभूति बीके शर्मा हनुमान ने बताया कि जीवन में असंभव कुछ भी नहीं है यही विश्वास 'अंधेरों से रोशनी की ओर बढ़ने का सूत्र है। सफल लोगों के जीवन के संस्मरण एवं घटनाएं उनकी दृढ़ संकल्पशक्ति को उजागर करती हैं। इतिहास साक्षी है कि मनुष्य के संकल्प के सम्मुख देव, दानव सभी पराजित होते हैं। आप जितना सोचते हैं उससे अधिक पा सकते हैं, लेकिन उसके लिए धैर्य, संकल्प और आत्मविश्वास जरूरी है। आत्मविश्वास सफलता का पहला रहस्य है।
आत्मविश्वास की दौलत ज्ञान और भक्ति का संगम है। आत्मविश्वास ऐसी गतिमान शक्ति है, जिसे न तो तराजू में तौलना संभव है और न ही प्रयोगशाला में परीक्षण करना। आपके जीवन के निर्णय ही इसका दर्शन करवाते हैं।उत्साह और आत्मविश्वास व्यक्ति को साधारण से असाधारण की तरफ ले जाता है। जिस तरह सिर्फ एक डिग्री के अंतर से पानी भाप बन जाता है, और भाप बड़े-से-बड़े इंजन को खींच सकती है, उसी तरह उत्साह हमारे जीवन के लिए काम करता है। इसी उत्साह से व्यक्ति को सकारात्मक जीवन- दृष्टि प्राप्त होती है और इसी से व्यक्ति विपरीत परिस्थितियों को परास्त करने की शक्ति पाता है।