रिपोर्ट :- वेद प्रकाश चौहान
हरिद्वार :- जनपद हरिद्वार में वायरल, डेंगू, मलेरिया, टाइफाइ्रड से हाहाकार मचा हुआ है। सरकारी हॉस्पिटलों से लेकर निजी हॉस्पिटल इन बीमारियों के मरीजों से भरे पड़े है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार जनपद में फैली बीमारियों के प्रति लापरवाह बना हुआ है। जिसकी ओर से कोई कारगर कदम नहीं उठाये जा रहे। जिसकी लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार अपनी जनता के प्रति जिम्मेदारियों को ईमानदारी से नहीं निभा पा रहा है। निजी हॉस्पिटल संचालक स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार की लापरवाही कहे या फिर ओर अन्य वजह के चलते मरीजों से मनमानी करते हुए उनका आर्थिक दोहन कर रहे है। वहीं प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना पैनल से जुड़े कुछ निजी हॉस्पिटल भी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को नाकाम करते हुए केन्द्र को बदनाम करने का प्रयास कर रहे है।
आयुषमान योजना के पैनल में जुड़े निजी हॉस्पिटल इस आयुष्मान कार्ड धारकों को या बैड ना होने का बहना बनाकर उन्हें भर्ती करने से इंकार कर रहे हैं या फिर आयुष्मान कार्ड धारक मरीजों को भर्ती तो कर रहे हैं, लेकिन उनके उपचार की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे है। उनको अपने हॉस्पिटल में पैनल में जुडे होने की खानापूर्ति करते हुए उनको लावारिस हालत में छोड़ दिया गया है, जिनको देखने वाला कोई नहीं है। ऐसा नहीं सीएमओ हरिद्वार को जनपद हरिद्वार में चल रहे निजी हॉस्पिटल संचालकों की मनमानी की जानकारी नहीं है, लेकिन वह भी ऐसे हॉस्पिटल संचालकों के खिलाफ एक्शन लेने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है। या कह कि उन्होंने भी ऐसे हॉस्पिटलों के खिलाफ एक्शन लेने में अपने हाथ खड़े कर दिये है और लाचार होकर निजी हॉस्पिटल के चल रहे खेल का तमाशा देख रहे है। जिसके बाद जनपद के लोगों को निजी हॉस्पिटल द्वारा की जा रही मनमानी पर अंकुश लगने में स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार की ओर से कोई उम्मीद नहीं बची है।
जनता ने अब हारकर निजी हॉस्पिटलों के संचालकों के हाथों लूट पीटते हुए अपने आप को भगवान के भरोसे छोड़ दिया है। बताते चले कि जनपद हरिद्वार में वायरल, डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, से हाहाकार मचा हुआ है। इन बीमारियों की चपेट में आये मरीजों की लम्बी-लम्बी कतारे सुबह से ही सरकारी व निजी हॉस्पिटलों, क्लीनिकों में लगनी शुरू हो जाती हैं, जोकि देर रात तक जारी रहती है। जनपद में इतने बड़े पैमाने पर फैली बीमारी को ल्रेकर केवल कागजी कार्यवाही के अलावा स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार की ओर से धरातल पर कोई उचित कदम नहीं उठाये जा रहे है। इतना ही नहीं सीएमओ हरिद्वार कार्यालय पूरी तरह लापरवाह बना हुआ हैं। जनपद हरिद्वार में निजी हॉस्पिटलों संचालकों द्वारा मरीजों से की जा रही मनमानी की जानकारी होने के बाद भी ऐसे निजी हॉस्पिटलों संचालकों के खिलाफ एक्शन लेने से स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार घबरा रहा है।निजी हॉस्पिटलों संचालकों की मनमानी ने हद की सभी सीमाएं भी लांघ दी है। जिसका उदाहरण जनपद हरिद्वार में साफ देखा जा रहा है। जो निजी हॉस्पिटल प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना पैनल में शामिल है, उनमें कुछ निजी हॉस्पिटल संचालक जनपद में फैली बीमारी का लाभ उठाते हुए आयुष्मान कार्ड धारक मरीजांे को बैड ना होने का बहाना बनाकर उनको टाला जा रहा हैं। लेकिन अन्य बिना कार्ड धारक मरीजों से मोटा बैड चार्ज लेने के लालच में उनको भर्ती किया जा रहा है।
इतना ही नहीं यदि आयुष्मान कार्ड पैनल में शामिल होने की मजबूरी के चलते मरीज को अगर भर्ती कर लिया तो उनका उपचार सही ढंग से नहीं किया जा रहा है। जिनको हॉस्पिटल में लावारिस हालत में मरने के लिए छोड़ दिया गया है। चिकित्सक द्वारा मरीज को टेस्ट या फिर मेडिसन देने के लिए दिखावे के लिए लिखा तो जा रहा हैं, लेकिन वास्तव में हॉस्पिटल द्वारा उन दवाओं को मरीजों को उपलब्ध नहीं करा रहा है। ऐसा नहीं इन शिकायतों की जानकारी सीएमओ हरिद्वार को नहीं है, पूरे प्रकरण की जानकारी सीएमओ हरिद्वार को होने के बावजूद भी ऐसे निजी हॉस्पिटल संचालकों के खिलाफ केवल खानापूर्ति करते हुए पत्र भेजने के अलावा कोई एक्शन नहीं लिए जा रहे है। स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार की टीम अपने आप को सक्रिय दिखाने के लिए ऐसे निजी हॉस्पिटलों के खिलाफ शासन व जनता को दिखाने के लिए छापे व सीज की कार्यवाही कर रहा है, जहां केवल गिनती के मरीजों की संख्या पहुंच रही है। उनकी खामियाजा तो दर्शा कर अपनी पीठ खुद थपथपा रहा है। लेकिन ऐसे निजी हॉस्पिटलों की ओर स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार की टीम झांक कर देखने की हिम्मत नहीं दिखा रही हैं, जहां पर मरीज भरे पड़े है और खुलकर स्वास्थ्य विभाग के सभी नियम कायदों को ताक पर रखकर अपनी मनमानी कर रहे है। जबकि ऐसे हॉस्पिटल की शिकायते लगातार मिल रही है। निजी हॉस्पिटलों की मनमानी से परेशान व बेहाल हो चुके मरीज भी स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार से शिकायत करके थक चुके हैं और कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। जिन्होंने अब अपने आप को भगवान के भरोसे छोड़ दिया है।