रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- शिव शंकर ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय ज्योतिष एवं वास्तु सेमिनार का शुभारंभ हुआ। उद्घाटन सत्र , (ज्योतिष परिचर्चा सत्र) के मुख्य अतिथि एमएलसी विधायक दिनेश कुमार गोयल रहे। द्वितीय सत्र (वास्तु परिचर्चा सत्र के मुख्य अतिथि विश्व प्रसिद्ध वास्तु कंसलटेंट डॉक्टर आनंद भारद्वाज थे। सेमिनार में पूरे भारतवर्ष से पधारे सैकड़ो विद्वान  भाग ले रहे हैं। ज्योतिष और वास्तु के विद्वान वक्ताओं के द्वाराअपने-अपने विचार प्रस्तुत किए गए। प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य केपी मुद्गल ने बताया कि जीवन का वास्तविक अर्थ पराविद्याओं पर आधारित होता हैं ।

ज्योतिष एक अलौकिक विज्ञान है जिसके द्वारा भूत,भविष्य ,वर्तमान का सटीक अनुमान लगाया जा सकता है।
 अहमदाबाद से पधारे उर्विश गांधी ने बताया कि ज्योतिष और वास्तु का संबंध बहुत ही घनिष्ट होता है। योग्य ज्योतिषी अथवा वास्तु शास्त्री के मार्गदर्शन में किया हुआ कार्य सफलता की गारंटी होता है।  फरीदाबाद से पधारे विश्व प्रसिद्ध वास्तु कंसलटेंट डॉक्टर आनंद भारद्वाज ने  बताया कि आजकल ज्योतिष और वास्तु के नाम पर ऐसे लोग इस व्यवसाय में आ गए हैं। जो इस शास्त्र का दोहन कर रहे हैं ।जबकि यह परा विज्ञान  साधना ,अनुभव,ज्ञान का विज्ञान है। शिव शंकर ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र के आचार्य शिवकुमार शर्मा ने बताया कि ज्योतिष मनुष्य के संपूर्ण व्यक्तित्व का दर्पण है। इसको साधने के लिए ज्ञान ,साधना और अनुभव बहुत आवश्यक होता है। सेमिनार की आयोजन समिति के महामंत्री अजय कुमार जैन ने बताया कि कार्यक्रम में जितने भी रजिस्ट्रेशन हुए थे। सभी लोग कार्यक्रम में पधारे। पहले दिन सेमिनार में विद्वानों और श्रोताओं की संख्या 400 से अधिक रही। इस अवसर पर संस्थान के द्वारा प्रकाशित स्मारिका  वास्तु दर्शन का भी विमोचन किया गया। 

आयोजन समिति के नियंत्रक डॉ. सतीश भारद्वाज ने बताया कि कल भी कार्यक्रम यथावत रहेगा। कल भोजन अवकाश के बाद जनमानस की समस्याओं का समाधान देश से आए विभिन्न विद्वान अपनी विधाओं जैसे ज्योतिष, हस्तरेखा ,वास्तु, टैरो कार्ड, अंक विज्ञान आदि के माध्यम से करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सत्रानुसार डॉक्टर सुनील गुप्ता और राजेश गुप्ता ने की।

प्रमुख वक्ताओं में ज्योतिषाचार्य श्रीमती रितु सूद, लाल किताब विशेषज्ञ बीएम सेखरी , अंक विज्ञान विशेषज्ञ अशोक भाटिया, वास्तु कंसलटेंट कुणाल कौशिक, हिमांशु गर्ग, ज्योतिषाचार्या रोजी जसरोटिया ,मुकेश जैन, सतीश चौधरी, संदीप भंडारी , बालकिशन गुप्ता, के पी गुप्ता, डॉक्टर कृष्ण बाबू कुलश्रेष्ठ, , डॉक्टर दीपक चाहर,श्रवण कुमार शर्मा ,अंकित शर्मा, कृष्ण शर्मा प्रियांश शर्मा,आचार्य दुलीदत्त कौशिक , आचार्य बृजकिशोर बृजवासी, बी के  भारद्वाज धर्मेंद्र अग्रवाल रहे।
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