डॉक्टर बीपी त्यागी
रिपोर्ट :- अजय रावत
गाज़ियाबाद :- इलेक्शन से पहले जनता को यह दिखाना ज़रूरी है कि कुछ काम किया जा रहा है। अख़बार में तारीफ़ के पुल बांधने, सड़को पर तारकोल बिछाने से हमारी भोली जनता अब आपके बहकावे में नहीं आने वाली है। मोसम के बदलते ही हवा की रफ़्तार कम होती है तो जो भी दम घोटूँ गैस वातावरण में है वह जान लेवा साबित हो रही है। ग्रैप के क़ानून की धजियाँ उड़ रही है । पोल्यूशन अपनी चरम सीमा पर है उसमे JN-1 COVID मिक्स्ड है , सड़क बनाने से उसमे कार्बन मोनोऑक्साइड और घोल दिया है। तो भोली जनता अपनी जान कैसे बचाएगी। ये कहना है राष्ट्रीय जनसत्ता दल स्वास्थ्य प्रभारी डॉक्टर बीपी त्यागी का।
क्या है CO गैस ?
उन्होंने बताया कि अपने पढ़ा होगा कि अनघिटी जलाने से कमरे के अंदर सो रहे लोगो की मोत हो गई , गैस गीज़र से मोत हो गई। गैस गीज़र ,अन घिटी व तारकॉल जलाने से CO गैस निकलती है जो सांस के ज़रिए खून में हीमोग्लोबिन से मिलकर उसकी ऑक्सीजन ले जाने की छमता को जीरो कर देती है और कार्बॉक्सी हीमोग्लोबिन बनाकर दम घोट देती है । क्या हमारे जन प्रतिनिधि क़ानून को ताक पर रख कर ये सड़क पर तारकोल नहीं डल वा रहे है। कोविड का सर्विलांस हो नहीं रहा है। एक पेशेंट इरफ़ान मैंने अपने अस्पताल से antigen पॉजिटिव रिपोर्ट के साथ फ़्राइडे (23/12/23) को भेजा था उसकी आज तक आरटीपीसीआर की रिपोर्ट हमे नहीं बतायी है। जिससे हम अपना बचाव कर पाये । सड़क बना कर ये लोग क्या लोगो का दम नहीं घोट रहे है यह सवाल मैं अपनी भोली जनता के बीच छोड़ता हूँ जिसको ये बरगलाने की क़ोशिश कर रहे है।