रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :- शनिवार को गाजियाबाद की सिविल सोसाइटी ने अपनी चार मांगों पर प्रत्याशियों को अपना रुख साफ करने का प्रस्ताव रखा है। यह निर्णय कॉंफडरेशन ऑफ आरडब्लूए, उत्तर प्रदेश ( कोरवा-यूपी ), आर डब्लू ए फेडरेशन गाजियाबाद, फ्लैट ओनर फेडरेशन गाजियाबाद, लाइन पार आरडब्लूए फेडरेशन के शीर्ष पदाधिकारियों ने कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी के नेतृत्व में एक मत होकर लिया है। सभी पदाधिकारियों ने शहर की समस्याओं से अवगत कराते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में खड़े हुए प्रत्याशियों को कूड़ा निस्तारण की नीति पर अपने विचार रखने होंगे जिसमें डम्पिंग ग्राउंड की जगह सेनेट्री लैंड फिलस बनाई जाए। सभी गेटिड सोसाइटीज मे गंगा वाटर सप्लाई की जाए और सभी बोरिंग की मीटरिंग की जाए। फ्लेट ओनर फेडरेशन को अपार्टमेंट बाईलॉज़ की धारा 48 के अंतर्गत गेटिड सोसाइटीज के चुनाव और ऑडिट का दायित्व दिया जाए। रोड रिपेयर, सीवर ब्लोकेज निस्तारण, स्ट्रीट लाइट्स रखरखाव आदि के लिए वार्षिक स्तर पर ठेका छोड़ा जाए जिसमे क्विक रिएक्शन टीम गठित की जाए।
मीटिंग में शामिल हुए विभिन्न सोसायटियों के आरडब्लूए पदाधिकारियों ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी केवल कुछ समय के लिए शहर में आते हैं और यही कारण है कि वह जमीनी हकीकत को नहीं जान पाते। वहीं जनप्रतिनिधियों का दृष्टिकोण राजनैतिक होता है जबकि आरडब्लूए अराजनैतिक है। लाईन पार आर डब्लू ए फेडरेशन के अध्यक्ष डॉ. आर के आर्या और कोरवा यूपी के महासचिव कैलाश चन्द्र शर्मा ने कहा बार बार दोहराने के बाद भी मांगे पूरी नहीं हुई हैं।
कोरवा-यूपी के अध्यक्ष पवन कौशिक ने कहा कि समस्याओं का समय पर निदान न होना भी मतदान प्रतिशत में गिरावट का बड़ा कारण है। उन्होंने कहा कि आम नागरिक जब मतदान करके अपनी जिम्मेदारी निभाने को तैयार है तो अब समय है कि जवाबदेही प्रशासनिक अधिकारियों की और जन प्रतिनिधियों की तय की जाए।
कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने कहा कि गाजियाबाद की सिविल सोसाइटी तत्काल प्रभाव से “वाच डाग ऑफ डेमोक्रेसी” का रोल निभाएगी क्योंकि प्रत्येक आरडब्लूए लोकतंत्र की एक प्रारम्भिक पाठशाला है। गाजियाबाद की सिविल सोसाइटी लोकसभा प्रत्याशियों को उपरोक्त चार बिन्दुओ पर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करने का आहवान करती है।
इस अवसर पर शहर वासियों को मतदान प्रतिशत बढ़ाने का आहवान भी किया गया। इस मौके पर नीलम त्यागी, अंशु त्यागी, नमिता भल्ला, पूनम गांधी, मोनिका गोयल, मंजू घाई, जी एस सिद्धू, एड. ललित बंसल, अमित कुमार, सुधीर कुमार, चंदन कुमार सिंह, गौरव सेनानी ज्ञान सिंह, रजनीश त्यागी, नेम पाल सिंह, कवि आर पी शर्मा, एम एल वर्मा, कैलाश चन्द्र शर्मा, निखिल सिसौदिया, भारती शर्मा आदि उपस्थित रहे।