◼️हमारे समाज में शुरू से ही नारी को पुरूष से अधिक महत्व दिया गया है

◼️प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन के कन्या भू्रण हत्या को लेकर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहे महाराजश्री 



रिपोर्ट :- अजय रावत 

गाजियाबाद :- प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा गुरूवार को नवयुग मार्केट में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्रीपंच दशनाम जूना अखाडा अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज मुख्य अतिथि रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश के मंत्री नरेंद्र कश्यप व पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ अनिल अग्रवाल रहे। श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि कन्या भू्रण अपराध ही नहीं बहुत बडा पाप है। जन्म लेने से पहले ही किसी जीवन को खत्म करने का पाप करने वालों को भगवान कभी माफ नहीं करता है और उसे जन्म-जन्मांतर तक कष्ट भोगने पडते हैं। 

महाराजश्री ने कहा कि नारी ही प्रकृति है। नारी के बिना जीवन की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। सृष्टि को पैदा करने वाली नारी ही है और इसी कारण प्राचीन काल में हमारा समाज नारी प्रधान था और नारी का इतना आदर मान सम्मान था कि उसे देवी का दर्जा दिया गया है। अनादि काल से चली रही शक्ति पूजा भी इस बात को स्पष्ट करती है कि हमारे समाज में शुरू से ही पुरूष की अपेक्षा नारी को अधिक महत्व दिया गया है। यहां तक कहा गया है कि पिता असत्य हो सकता है, मगर मां कभी भी असत्य नहीं हो सकती है। 

समाज का जबसे नैतिक पतन हुआ, तभी से समाज पुरूष प्रधान हो गया और नारी को अबला का दर्जा दे दिया गया जबकि नारी अबला नहीं है क्योंकि पूरी सृष्टि ही नारी पर टिकी हुई है। यही कारण है कि जब भी देवताओं पर कोई संकट आया तो उन्हें देवी की शरण में ही जाना पडा। कन्या भू्रण हत्या का जो पाप हो रहा था, उसी का परिणाम था कि वर्ष 2011 में पुरूष व महिला का अनुपात 1000 व 900 था, मगर कंेद्र की नरेंद्र मोदी सरकार व यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार तथा बेटियों ने विपरीत परिस्थितियों में भी हर क्षेत्र में सफलता का परचम लहराकर समाज को जागरूक करने का कार्य किया और आज 1000 पुरूष व 1020 नारी हैं। 

कन्या भू्रण हत्या के प्रति समाज को जागरूक करने में प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन व उसके संस्थापक बी के शर्मा हनुमान का भी अहम योगदान है, जो पिछले कई वर्षो से लोगों के बीच जाकर उन्हें कन्या भू्रण हत्या के प्रति जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं। उनके प्रयासों से लोगों की समझ में आ रहा है कि बेटे व बेटी में कोई अंतर नहीं हैं। दोनों समान हैं और आज की बेटी बेटे से भी बढकर है। प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन के संस्थापक बी के शर्मा हनुमान व अन्य पदाधिकारियों ने महाराजश्री का स्वागत अभिनंदन किया।
Previous Post Next Post