रिपोर्ट :- अजय रावत 

गाज़ियाबाद :- अवंतिका फेज 2 स्थित इस तालाब का पुनरुद्धार नगर निगम गाज़ियाबाद द्वारा किया जा रहा है। तालाब में सीवर के पानी की लाइन को कनेक्ट किया गया है जो की कानूनन गलत है। इस तालाब के किनारे बहुत ही बदबू आ रही है क्योंकि इसका पानी सड़ रहा है और इसमें लाखों मच्छरों की उत्पत्ति हो गई है। इस तालाब में सीवर का पानी मिलाना पूरी तरह से गलत है। 

यहाँ पर बगल वाली सोसाइटी के सीवर लाइन का कनेक्शन करके इसमें मिला दिया गया है क्योंकि उस सोसाइटी के सीवर का पानी निकलने का कोई भी इंतजाम यहाँ पर नहीं है। अब बरसात भी शुरू हो चुकी है और इसकी वजह से यहाँ पर बीमारियाँ फैलेंगी और चिकनगुनिया, डेंगू जैसी जानलेवा बीमारियों का प्रकोप होगा। इस वजह से यहाँ के नागरिक बहुत परेशान हैं और चिन्तित भी हैं। 

वहीँ पर्यावरणविद सत्येन्द्र सिंह ने कहा है की नगर निगम के अधिकारी बिना किसी योजना के कार्य करते हैं और उनको लोगों के स्वास्थ्य से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने यह भी कहा की इन अधिकारीयों की शिकायत मेयर सुनीता दयाल से की जाएगी। उन्होंने इस मामले की शिकायत केन्द्रीय प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड से X पर की है और नगर निगम से सीवर लाइन का कनेक्शन इस तालाब से हटाने को कहा है और नगर निगम के ऊपर पर्यावरण क्षतिपूर्ति लगाने का अनुरोध किया है। 

गौरतलब है की इस तालाब के किनारे जितने भी पेड़ पौधे लगे हैं वे सभी यहाँ पर रहने वाले प्रकृति प्रेमी श्री पशुपति नाथ तिवारी के द्वारा लगाए गए हैं वे बुजुर्ग हैं और इन पौधों की सेवा करने में ही अपना समय व्यतीत करते हैं। वे कहते हैं की ये पेड़ पौधे हमारे बच्चे हैं और हमें इनकी सेवा करनी चाहिए ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी सुखी रह सकें।
उपरोक्त मामले की शिकायत एक्स पर केंद्रीय एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण विभाग से करने के बाद राज्य प्रदूषण विभाग ने संबंधित अधिकारियों को अविलंब कार्यवाही करते हुए ATR (Action Taken Report) अपडेट करने को बोला है।
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