रिपोर्ट :- विकास शर्मा
हरिद्वार :- संतों की नगरी हरिद्वार खड़खड़ी स्थित स्वामी जगन्नाथ धाम में दिवंगत स्वामी हंसदेवाचार्य का 60वां जन्मोत्सव मनाया गया। साधु समाज और प्रमुख अखाड़ों के साधु संतों ने तथा समाजसेवियों ने उन्हें स्मरण कर कर महान संत बताते हुए पुष्पांजलि अर्पित की।
हरिद्वार के उत्तरी क्षेत्र में स्थित स्वामी जगन्नाथ धाम में दिवंगत जगतगुरु रामनदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य की 60 वें जन्मोत्सव पर रामचरित मानस के पंचम सुंदरकांड का आयोजन हुआ। इस दौरान साधु समाज और प्रमुख अखाड़ों के साधु संतों ने दिवंगत हंसदेवाचार्य के चित्र पर पुष्पपंजली भेंट कर स्वामी के बताए मांग पर चलने का संदेश दिया। 2010 हरिद्वार कुंभ में उन्हें रामानंदाचार्य की उपाधि दी गई तब से वह इस संप्रदाय के सबसे बड़े गुरु के तौर पर पदस्थापित रहे और समाज को अपनी सेवाएं देते रहे। स्वामी हंस देवाचार्य अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के जोरदार पक्षधर थे।
स्वामी जगन्नाथ धाम के अध्यक्ष महंत अरुण दास ने बताया की स्वामी हंसदेवाचार्य के 60 वर्ष पूर्ण होने पर जन्मोत्सव समारोह हर्षोल्लास से मनाया गया है। अहमदाबाद के श्री सनातन धर्म संगठन ने सुंदरकांड और भंडारे का आयोजन किया। इस दौरान किशोर भाई वारडे, जगदीश पांडे, देशराज अरोड़ा, रामनारायण मदान, कृष्ण लाल रेवड़ी, वेद शर्मा मुरारी, सोनू मित्तल आदि मौजूद रहे।