◼️क्या सड़क भी अब स्वास्थय विभाग के हिस्से में आई
सिटी न्यूज़ | हिंदी......✍🏻
गाजियाबाद :- क्या अब जनरेटर और सड़कें भी स्वास्थय विभाग के उच्च अधिकारियों की रेख-देख के भीतर आने लगे, गजब की तानाशाही और लोगों की जान पर बन आई, क्या ऐसा कभी सुना गया है या फिर ये कानूनी व्यवस्था है, दरअसल गाजियाबाद में एक नया आयाम स्थापित होने जा रहा है, यहां पर सीएमओ ने हर्ष अस्पताल के संचालक डॉ बीपी त्यागी को एक नोटिस दिया है। जिसमें दर्शाया गया है कि मानकों के विपरीत सड़क पर रखे जनरेटर को लेकर 3 दिनों के भीतर अपना पक्ष रखने को कहा गया है।
हालांकि इस संबंध में एक संवाददाता ने दो बार सीएमओ को फोन किया एक बार उनके अर्दली द्वारा फोन उठाया गया। उनके द्वारा कहा गया साहब मीटिंग में हैं आप 5: 30 पर फोन करें इसके बाद संवाददाता ने फिर 5 : 40 पर फोन किया जिसे रिसीव नहीं किया गया, अब यहां पर सबसे अधिक अचंभित करने वाली बात यह है कि क्या सड़क की जिम्मेदारी भी स्वास्थय विभाग को दे दी गई है और अगर ऐसा नहीं है तो फिर ये बात बड़ी दुखद है कि इतने बड़े अधिकारी के द्वारा जिस विभाग की जिम्मेदारी है ही नहीं तो फिर ये नोटिस देने का उद्देश्य क्या है, क्या ये कोई और गेम है या फिर नोटिस जारी करने वाले अधिकारी की नादानी कही जाएगी, खैर जो भी हो लेकिन स्वास्थय विभाग को सड़क का अधिकार तो कतई नहीं हो सकता।