रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :-
शिवशक्ति मंदिर,नासिरपुर नेहरूनगर में सनातन वैदिक राष्ट्र के निर्माण और चीन,पाकिस्तान, इस्लामिक जिहाद, कोरोना महामारी तथा अन्य विपत्तियों से सनातन धर्म के मानने वालों की रक्षा के लिये आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि की प्रतिपदा 22 जून 2020 से आरम्भ होने वाले 9 दिवसीय माँ बगलामुखी महायज्ञ की 9 वें दिन पूर्णाहुति सम्पन्न हुई।यह महायज्ञ सनातन वैदिक राष्ट्र के निर्माण और सनातन धर्म की रक्षा के संकल्प के साथ पूर्ण हुआ।
महायज्ञ की पूर्णाहुति पर उपस्थित भक्त समुदाय को सम्बोधित करते हुए
यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि दुनिया में केवल सनातन धर्म ही ऐसा है जो कभी भी अपने मानने वाले को धोखा नहीं देता।ये हम हिन्दुओ का दुर्भाग्य है कि हमने अपने धर्म को छोड़कर पाखण्ड
आडम्बर को अपना लिया और इसी कारण हम अपना सम्पूर्ण गौरव खो बैठे हैं।अब हमें अपनी गलतियों को सच्चे मन से स्वीकार करके पुनः धर्म की शरण में चलना चाहिये।इसी से हम सबका कल्याण होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि अपने धर्म की रक्षा न करने के कारण ही आज हमारी यह दुर्गति है।अब हमें इजराइल को अपना रोल मॉडल मानते हुए एक सनातन वैदिक राष्ट्र के निर्माण की ओर चलना ही पड़ेगा वरना हम यूँ ही कीड़े मकोड़ो की तरह मरते रहेंगे और हमारी लाशों पर राजनीति की रोटी सेकी जाती रहेगी।
उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय को सनातन वैदिक राष्ट्र के निर्माण का संकल्प भी दिलाया और माँ व महादेव से उन सभी भक्तगणों के परिवार और संतानों की रक्षा की प्रार्थना की जिनके दान,पुरुषार्थ और सहयोग से महायज्ञ सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश से आये यति सत्यदेवानंद सरस्वती जी ने भी अपने विचार रखे।
महायज्ञ पण्डित सनोज शास्त्री और पण्डित जगदीश शर्मा जी ने सम्पन्न कराया।
इस महायज्ञ में राजेंद्र मित्तल मेदी, अनुज कुमार,रविंद्र त्यागी एड़वोकेट, दीपक त्यागी,दीपक त्यागी,एडवोकेट निकुंज त्यागी,एडवोकेट संजय त्यागी,बिट्टू त्यागी
अनिल नागर,अजय त्यागी,मनोज त्यागी
प्रदीप शर्मा,मिंटू शर्मा ,एडवोकेट विनय त्यागी,राजीव शर्मा,मोहित त्यागी,एडवोकेट कुणाल त्यागी,समर त्यागी,सचिन यादव,आचार्य दीपक तेजस्वी,राजेश पहलवान,अनिल यादव,धीरज नागर फौजी, श्रीमती शशि चौहान,बृजमोहन सिंह,सुबोध गर्ग,वीर सिंह त्यागी,अक्षय त्यागी,मुकेश त्यागी, नीरज त्यागी, विशाल त्यागी,राजीव शर्मा, ललित शर्मा,संजय यादव, ब्रह्मप्रकाश गुप्ता,मोहित बजरंगी तथा अन्य बहुत से भक्तगणों का सहयोग रहा।