रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :-
"जैसा अभूतपूर्व संकट सनातन धर्मावलम्बियों पर वर्तमान समय मे आ पड़ा है,ऐसा संकट शायद ही कभी आया हो।आज चीन जैसा लालची और रक्तपिपासु देश हमारे देश की प्रभुसत्ता को चुनौती देकर हमारे वीर सैनिकों का कत्ल कर रहा है।पाकिस्तान भी रोज सीमा पर कुछ न कुछ खूनखराबा करता ही रहता है।देश के अंदर भी एक तरफ तो कोरोना महामारी ने सम्पूर्ण मानवता के अस्तित्व को ही चुनौती दे रखी है,वहीं दूसरी तरफ हमारे देश मे सरकारों की कमजोरी के कारण तब्लीगी जमात जैसी संस्थाएं कोरोना को हथियार बनाकर इस देश को तबाह करने में जुट गई हैं।ये कोई साधारण खतरा नही है।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज को छोड़कर और कोई नेता इस समस्या को समझ तक नही पाया है।ऐसे में भारत राष्ट्र और सनातन धर्मावलम्बियों की रक्षा के लिये दैवीय शक्तियों का आह्वान बहुत जरूरी हो गया है।"
ये विचार यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज ने व्यक्त किये।
उन्होंने बताया कि आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष के पहले नौ दिन गुप्त नवरात्रि के होते हैं।गुप्त नवरात्रि भी साल में दो बार आती हैं।ये दिन शक्तिसाधको के लिये बहुत विशिष्ट होते है।इन दिनों में माँ के महायज्ञ के माध्यम से होनी वाली साधना अवश्य ही अपने लक्ष्य को प्राप्त करती है।इस गुप्त नवरात्रि में हमारे अस्तित्व पर आए सभी संकटो के निवारण हेतु माँ बगलामुखी महायज्ञ किया जाएगा।यह महायज्ञ श्री बाला जी दरबार समिति के तत्वाधान में किया जाएगा।इस महायज्ञ का उद्देश्य सभी सनातन धर्मावलम्बियों की हर प्रकार के शत्रु और संकट से रक्षा करना है।यह महायज्ञ 22 जून 2020 से30 जून 2020 तक चलेगा।यह महायज्ञ कोरोना महामारी के खतरों को देखते हुए सरकारी निर्देशो का पालन करते हुये किया जाएगा।
उन्होंने सभी माँ और महादेव के भक्तों से महायज्ञ में यथाशक्ति सहयोग करने का अनुरोध किया।