रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद:-
एक तरफ तो कोरोना योद्धाओं के सम्मान पत्र की झड़ी सोशिल साइट् पर लगी हुई वहीं असली कोरोना योद्धा अपने हक के लिए इस संकट की घड़ी में लड़ते हुए भी नजर आ रहे है। मामला यशोदा अस्पताल से जुड़ा हुआ है। जानकारी के अनुसार आज सुबह कोरोना टेस्ट, ग्लब्स, सैनिटाइजर,पीपीई किट उपलब्ध कराने सहित वेतन में वृद्धि की मांग करते हुए यशोदा अस्पताल के चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों ने हंगामा करते हुए अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि डाक्टरों व मैनेजमेंट के आदमी कोरोना पॉजिटिव पाए जाते है तो उनका इलाज अस्पताल में वीवीआईपी की तरफ होता है जबकि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव होने पर उन्हें सरकारी अस्पताल में भेज दिया जाता है। उन्होंने बताया कि हम लोग दिन रात मेहनत कर इस खतरनाक बिमारी में अपनी परवाह न करते हुए अस्पताल में साफ-सफाई सहित विभिन्न काम कर रहे है। हम लोगों से 12 घंटे काम लिया जा रहा है, जबकि वेतन मात्र 8000 रुपए दिया जा रहा है। उन्होंने मांग कि है कि सभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की 8 घंटे की डयूटी लगाई जाए। वहीं सभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के कोरोना टेस्ट कराए,ग्लबस, सैनिटाइजर,पीपीई किट भी अस्पताल प्रबंधन उपलब्ध कराए। कर्मचारियों ने बताया कि उनका एक सहकर्मी बीते दिवस कोरोना पॉजिटिव पाया गया, जिसके बाद उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती करा दिया, लेकिन हमारे मैनेजमेंट ने कर्मचारी की कोई सुध नहीं ली, और हम लोगों के भी टेस्ट नहीं कराए। प्रदर्शन कर कर्मचारियों ने कहा कि मैनजमेंट अस्पताल के मालिकों तक हमारी बात नहीं पहुंचाता, हमारी समस्याओं का कोई समाधान भी नहीं करता।