रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :-
         दिल्ली पब्लिक स्कूल , इंदिरापुरम द्वारा लगभग 80 टीचर और कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है और 30 जून 2020 तक सेवाएं समाप्त करने का लेटर मेल / पोस्ट द्वारा भेजा गया है जिसको लेकर दिल्ली पब्लिक स्कूल की टीचर्स और कर्मचारियों ने गाजियबाद पेरेंट्स एसोसिएशन  से मदद की अपील की जिसका तत्काल संज्ञान लेते हुये जीपीए की टीम ने सभी टीचर्स के साथ मीटिंग कर सभी की व्यथा सुनी और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया उसके बाद जीपीए टीम ने दिल्ली पब्लिक स्कूल , इंदिरापुरम के टीचर और कर्मचारियों को साथ लेकर साहिबाबाद विधान सभा के विधायक श्री सुनील शर्मा जी से उनके राजेन्द्र नगर स्थित कार्यालय पर मुलाकात कर नौकरी से निकाले जाने की विस्तरित जानकारी दी जिसके तदुपरांत तुरंत ही विधायक जी ने जिलाधीकारी से इस विषय पर फोन पर वार्ता की और समस्या का समाधान करने के लिए कहा साथ ही सारा मेटर माननीय मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री तक पहुँचाने का आश्वासन दिया और सभी की नौकरी वापस दिलाने के लिए हर सम्भव मदद का भरोसा दिया है। गाज़ियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन आप सभी के संज्ञान में लाना चाहती है की जिला शुल्क नियामक समिति द्वारा दिये गए एक निर्णय के अनुसार दिल्ली पब्लिक स्कूल पर लगभग 74 करोड़ रुपये का सरप्लस-फंड पाया गया था उसके बाद भी वैश्विक माहमारी के समय आपदा प्रबंधन एक्ट का उलंघन करते हुये स्कूल द्वारा 80 टीचर्स और स्टाफ को नौकरी से निकाल दिया गया इनमें से अधिकतर टीचर ऐसे है जो लगभग 15 से लेकर 20 साल से इस स्कूल में पढ़ा रहे है और स्कूल के फाउंडर टीचर है जिन्होंने अपने खून पसीने से सींच कर स्कूल को बुलंदियों तक पहुँचाया है हजारों बच्चों को शिक्षा देकर उनके भविष्य को संवारा है स्कूल के माली द्वारा बताया गया की इस स्कूल का हर पौधा हमारे द्वारा लगाया गया है हमने इस स्कूल के हर दुख और सुख के समय मे हमेशा साथ खड़े होकर स्कूल को अपने परिवार का हिस्सा माना है और स्कूल ने वैश्विक महामारी के समय मानवता को तार तार कर टीचर्स और कर्मचारियों को   नौकरी से निकाल दिया है इस समय सभी टीचर्स और स्टाफ के परिवार सदमें में और मानसिक रूप से आहत है। गाज़ियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन माननीय मुख्यमंत्री जी और जिला प्रशासन से अपील करती है कि स्कूल पर सख्त कारवाई करते हुए सभी टीचर्स और कर्मचारियों की     नौकरी तत्काल प्रभाव से बहाल की जाये साथ ही अगर किसी भी टीचर या कर्मचारी को इस मानसिक प्रताड़ना से कुछ भी अग़र होता है तो इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी दिल्ली पब्लिक स्कूल , इंदिरापुरम के मैनेजमेंट की होगी।
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