रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :-
        सनातन वैदिक राष्ट्र के निर्माण का मार्ग खोजने के लिये डासना स्थित शिवशक्ति धाम में नौ दिवसीय माँ बगलामुखी महायज्ञ और 2 दिवसीय धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है।नौ दिवसीय माँ बगलामुखी का महायज्ञ 3 अक्टूबर 2020 से आरम्भ होगा तथा दो दिवसीय धर्म संसद 10 और 11 अक्टूबर 2020 को होगी। यह जानकारी एक वर्चुअल बैठक के माध्यम से अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती महाराज ने दी।
वर्चुअल बैठक को सम्बोधित करते हुए यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी महाराज ने अपने साथियों और पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि दुनिया मे मुसलमानों के पचास से ज्यादा देश हैं, ईसाइयों के सौ से ज्यादा देश हैं, बौद्धों के भी 9 देश हैं। यहाँ तक कि नब्बे लाख यहूदियों का भी एक देश इजराइल है परन्तु हम सौ करोड़ हिन्दुओ का दुर्भाग्य है कि हमारे पास अपना देश कहने के लिये एक इंच भी जगह नहीं है।अपना कोई राष्ट्र न होने के कारण आज सनातन धर्म के मानने वालों की इतनी दुर्गति हो गयी है कि अब जब जिसका जी करे वो हमारे आराध्य भगवानों और हमारी धार्मिक मान्यताओं का अपमान कर सकता है और हम कुछ नहीं कर सकते।

आज स्थिति ये है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य इस्लामिक देशों में हमारे मंदिरों,हमारी व हमारी बेटियों की दुर्गति इसलिये होती है कि हम वहाँ अल्पसंख्यक हैं और यहाँ भारत मे इसलिये होती है कि हम यहाँ बहुसंख्यक है।अगर हमारा अपना कोई देश होता तो वह हमारी इस अभूतपूर्व स्थिति पर कोई ठोस कदम उठा सकता था,जैसे कि इजराइल दुनिया के किसी भी यहूदी के लिये करता है परन्तु अब स्थिति ये है कि वोट बैंक के भिखारी नेताओ ने हमे अनाथ समझकर दुत्कार रखा है।

उन्होंने कहा कि अब हिन्दुओ को समझना ही पड़ेगा कि अपने अस्तित्व को बचाने के लिये उनके पास भी अपना इजराइल जैसा मजबूत राष्ट्र होना चाहिये जो दुनिया के प्रत्येक हिन्दू का संरक्षण कर सके।
उन्होंने यह भी कहा कि हमे 2029 से पहले यह महान कार्य पूर्ण करना ही पड़ेगा वरना अपनी जनसँख्या के बल पर 2029 में भारत का प्रधानमंत्री मुस्लिम बन जायेगा और उसके बाद यह देश भी पाकिस्तान, बांग्लादेश,अफगानिस्तान और अरब की तरह हिन्दुओ के कब्रगाह में परिवर्तित हो जाएगा।

अगर हिन्दू यह चाहते हैं कि यह धरती का टुकड़ा उनकी और उनकी संतानों की कब्रगाह न बने तो उन्हें अपनी जनसँख्या बढ़ानी होगी और 2029 से पहले सनातन वैदिक राष्ट्र का निर्माण करना ही होगा।
उन्होंने बताया कि इन सब परिस्थितियों पर विचार करने और सनातन वैदिक राष्ट्र के निर्माण का रोड मैप बनाने के लिये ही शिवशक्ति धाम डासना में दो दिवसीय धर्म संसद आयोजित की जा रही है जिसमे भारत वर्ष के सभी हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधियो को आमंत्रित किया गया है।

उन्होंने सभी हिन्दुओ से धर्म संसद के लिये तन,मन और धन से सहयोग मांगा।
इस वर्चुअल बैठक का संयोजन साइबर सिपाही के मुख्य कार्यकारी शुभम मंगला ने किया।बैठक में यति सत्यदेवानन्द सरस्वती, अनिल यादव,अक्षय त्यागी भी उपस्थित थे।
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