रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :-
        मंगलवार नवयुग मार्किट एक रेस्टोरेंट में प्रेस वार्ता का आयोजन हुआ, ग्राम अटोर में ग्राम पंचायत निधि से कराए गए विकास कार्यों में व्यापक घोटाले के संबंध में खुलासा किया गया। 

जिसमें आरटीआई कार्यकर्ता विजयपाल पुत्र जोतराम निवासी ग्राम अटौर ने बताया कि ग्राम अटौर में पंचायत निधि के माध्यम से कराए गए कार्यों में बड़े स्तर पर घोटाले किए गए हैं। जिनमें वर्ष 2016-17 के कार्यकाल में ग्राम प्रधान रणवीर सिंह ने विकास कार्यो के नाम पर एक बड़ी राशि का गलत उपयोग किया है। इन कार्यों में साथ देने वाले व उनसे जुड़े हुए सरकारी अधिकारी भी दबाव में आकर अनदेखी करते रहे हैं। जिस की कुछ जानकारियां और तथ्य में इस प्रेस वार्ता के माध्यम से उपलब्ध करा रहा हूं। 

ग्राम अटौर में सरकारी अस्पताल के सामने खड़ंजा मरम्मत कार्य ग्राम प्रधान व पंचायत अधिकारी के माध्यम से ₹314383 में किया गया दिखाया गया है जबकि मैंने आरटीआई के माध्यम से जवाब मांगा तो वहां पर कुल राशि का ₹66000 का खर्चा किया गया है सरकार से करीब लगाई गई राशि की 6 गुना रकम सरकारी निधि से हडपी गई है। इसके अलावा पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कुल ₹585000 की लागत आई है जिसका सरकारी निधि से 1345122 रुपए निकाले गए हैं इसी प्रकार ग्राम प्रधान में अन्य कार्यों में भी तीन से चार गुना सरकारी खाते से राशि हडपी है। ग्राम प्रधान की सरकारी जमीन के रखरखाव की जिम्मेदारी होती है परंतु प्रधान में इस जिम्मेदारी को भी लापरवाही से लिया है सरकारी जमीन का दुरुपयोग बड़े स्तर पर हो रहा है। विकास कार्यो का कोई टेंडर ग्राम पंचायत प्रस्ताव ई-टेंडरिंग के माध्यम से ना कराकर स्वयं व स्वयं के द्वारा चिन्हित ठेकेदारों को कार्य दिया गया है और अंधाधुंध पैसों का गबन किया गया है।

बता दें कि वर्ष 2016-17 के विकास कार्यो के लिये ग्राम पंचायत को 60 लाख रूपये जारी किये गये थे जिनमे प्रधान द्वारा केवल 44 लाख रूपये का विकास कार्य दिखाया गया है बाकी बचे 16 लाख रूपये की कोई जानकारी प्रधान द्वारा नही दी गयी है। और आरटीआई के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार 2016-17 में ही ग्राम प्रधान द्वारा विकास कार्यों की आड मे करीब 40 लाख रूपये गबन किया गया है। अंदेशा है कि ग्राम प्रधान को अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में ग्राम विकास के लिये करीब 5 करोड रूपये सरकार से मिले है जिनमें से करीब 1 करोड रूपये का ही विकास कार्य कराये गये हैं और प्रधान द्वारा 4 करोड रूपये का गबन किया गया है ।
 
हमारी प्रशासन और सरकार से मांग है कि ग्राम प्रधान सचिव मुकेश कुमार व प्रदीप कुमार अवर अभियंता आईआरबी गाजियाबाद मुकेश कुमार अवर अभियंता लघु सिंचाई विभाग गाजियाबाद के समस्त कार्यों की जांच में हुए घोटाले को सिद्ध होने के बाद अभिलंब कानूनी कार्रवाई करवाई जाए और उनसे वसूली की जाए। 

प्रेसवार्ता में मुख्य रूप से विजयपाल, विश्वेन्द्र चौधरी, तीरथ चौधरी, गोरव कुमार, अंकित चौधरी, ओमवीर सिंह, अजब सिंह, महेश शर्मा, नरेश कुमार सहित दर्जनो ग्रामवासी मौजूद रहे।
Previous Post Next Post