रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :-
         भारतीय वायुसेना आज 88वां स्थापना दिवस मना रही है। गाजियाबाद स्थित हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर वायु सेना दिवस पर कार्यक्रम हो रहे हैं। वायुसेना भारतीय सशस्त्र सेना का एक अंग है जो वायु युद्ध, वायु सुरक्षा, और वायु चौकसी का महत्वपूर्ण काम देश के लिए करती है।
 
सुबह 8 बजे शुरू हुए इस कार्यक्रम में भारतीय वायुसेना के जांबाज अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहे हैं, जो देखते ही बनता है। हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर हुए इस कार्यक्रम की वजह से गाजियाबाद समेत कई और इलाकों में ट्रैफिक रूट में बदलाव किए गए थे। जिससे लोगों को थोड़ी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है।
आजादी से पहले रॉयल इंडियन एयरफोर्स नाम से जानी जाती थी वायुसेना 

यह तो हम सभी जानते हैं कि भारतीय वायु सेना भारतीय सशस्त्र सेना का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। लेकिन बहुत कम लोग यह जानते होंगे कि हमारी भारतीय वायुसेना को आजादी से पहले किसी और नाम से पुकारा जाता था। जी हां भारतीय वायुसेना को पहले रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था। 1950 के बाद इसमें से रॉयल शब्द हटाकर इंडियन एयर फोर्स कर दिया गया। 

वायुसेना की ताकत से थर्राता है पाकिस्तान  

बता दें कि साल 1965 में छिड़े भारत-पाक युद्ध के दौरान भारतीय वायु सेना की क्षमता पाकिस्तान के आगे थोड़ी कम थी. मगर भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तानी आक्रमण को इस कदर ध्वस्त किया कि पाकिस्तान आज तक थर्राता है। 1971 भारत-पाक युद्ध में तो एयरफोर्स ने ऐसी मिसाल पेश की जिसका उदाहरण आज भी दिया जाता है। इस युद्ध के दौरान भारतीय वायु सेना ने 29 पाकिस्तानी टैंकों, 40 ए.पी.सी. और एक ट्रेन को तबाह कर दिया था। 

 
भारत की आजादी से लेकर अब तक भारतीय वायुसेना चार युद्ध लड़ चुकी है जिसमें 3 पाकिस्तान और एक चीन के साथ लड़ा गया है।भारतीय वायुसेना के बेड़े में सुखोई-30 एमकेआई, मिराज 2000, मिग-29, मिग 27, मिग-21 और जगुआर फाइटर प्लेन है जबकि हेलिकॉप्टर श्रेणी में एमआई-25/35, एमआई-26, एमआई-17, चेतक और चीता हेलिकॉप्टर हैं वहीं ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में सी-130 जे, सी-17 ग्लोबमास्टर, आईएल-76, एए-32 और बोइंग 737 जैसे प्लेन शामिल हैं।
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