रिपोर्ट :- नासिर खान
लखनऊ :-
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जानी मानी समाजसेविका और अधिवक्ता नूतन ठाकुर ने आगरा के खैरागढ़ तथा अन्य इलाकों में अवैध खनन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार की भूमिका की जांच की मांग की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी अपनी शिकायत में नूतन ने कहा कि आठ नवम्बर को खनन माफिया द्वारा ग्राम नगला सोन थाना खैरागढ़ में सिपाही सोनू चौधरी की हत्या कर दी गयी। इससे पहले भी पिछले साल पांच जून को खैरागढ़ थाने में सिपाही संजीव कुमार को चम्बल माफियाओं ने गोली मार दी थी, जिस संबंध में एसआई प्रमोद कुमार ने 18 माफियाओं पर नामजद मुकदमा दर्ज किया था।
उन्होंने कहा कि पिछले साल दो जुलाई को बबलू कुमार एसएसपी आगरा तैनात हुए और उनके एसएसपी रहते इस मुकदमे में 18 में से 15 आरोपियों के नाम विवेचना से निकाल दिये थे तथा 24 अक्टूबर 2019 को मात्र तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र भेजा गया। यह आरोप पत्र भी विगत एक साल से सीओ खैरागढ़ आफिस में लंबित है।
नूतन के अनुसार इस मामले में सीओ खेरागढ़ प्रदीप कुमार ने बबलू कुमार को विवेचक के खिलाफ प्रारंभिक जांच कराये जाने को पत्र भी भेजा लेकिन बबलू कुमार द्वारा उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। एक अन्य प्रकरण में चम्बल के करीब 100 ट्रैक्टर लाडूखेड़ा चौकी क्षेत्र से निकालने को चौकी इंचार्ज शरद दीक्षित ने मना कर दिया तो एक सफेदपोश से उनका विवाद हुआ था, जिसके बाद बबलू कुमार ने उलटे शरद दीक्षित को ही उस चौकी से ट्रान्सफर कर ताज सुरक्षा में भेज दिया। छह महीने पहले आईजी रेंज आगरा सतीश गनेश ने खेरागढ़ के छह थानों में खनन होने पर कार्रवाई को कहा था लेकिन बबलू कुमार के स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इन सभी तथ्यों को अत्यंत गंभीर बताते हुए नूतन ने उच्चस्तरीय जांच करा कर कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।