रिपोर्ट :- नासिर खान


लखनऊ :-
       उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारत के संविधान की ताकत ही है कि यह दुनिया के अन्दर सबसे बड़े लोकतंत्र का आदर्श बना हुआ है। सीएम योगी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर संविधान दिवस के अवसर पर संविधान की उद्देशिका का पाठन राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के सान्निध्य में वर्चुअल माध्यम से किया।       

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश संहिता के दो संस्करणों का विमोचन किया। योगी ने संविधान दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि 26 जनवरी, 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था। आज ही के दिन संविधान सभा ने भारतीय संविधान को अंगीकृत किया। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान की ताकत ही है कि यह दुनिया के अन्दर सबसे बड़े लोकतंत्र का आदर्श बना हुआ है। सम-विषम परिस्थितियों में भी भारतीय संविधान हमें प्रेरणा प्रदान करता है। जाति, मत, सम्प्रदाय, भाषाएं, खान-पान की बहुलता होने के बावजूद भारतीय संविधान पूरे भारत को माला में पिरोए हुए है।

एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की परिकल्पना को साकार करने में भी संविधान की महती भूमिका है। न्याय, स्वतंत्रता, समता और बन्धुता ये भारत की सबसे बड़ी विशेषता है। इन्हीं मूलभूत बातों को ध्यान में रखकर सभी कार्यक्रम आगे बढ़ाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने संविधान निर्माण में योगदान देने वाले सभी स्वाधीनता सेनानियों व महापुरुषों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। उन्होंने सभी को संविधान दिवस की बधाई दी।

उन्होंने कहा कि हम सभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के आभारी हैं जिन्होंने संविधान दिवस की महत्ता के द्दष्टिगत वर्ष 2015 से संविधान दिवस को देश के सामने प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष संविधान दिवस को काफी भव्य रूप में मनाया गया था तथा विधान मण्डल में इस पर केन्द्रित चर्चा की गयी थी। उन्होंने कहा कि संविधान में अधिकारों के साथ मूल कर्तव्य की भी बात की गयी है। मूल कर्तव्य के प्रति प्रत्येक नागरिक को जागरूक किये जाने की आवश्यकता है। किसी भी सम्प्रभु राष्ट्र के लिए मूल कर्तव्य अत्यन्त आवश्यक है।
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