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गाजियाबाद :- टैक्स चोरी में एक बड़ा मामला सामने आया है। केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर विभाग ने 100 करोड़ से अधिक की टैक्स चोरी में एक कारोबारी को गिरफ्तार किया है। 44 बोगस फर्मों के जरिये फर्जी खरीद फरोख्त कर कारोबारी ने 14.23 करोड़ का इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम किया। नोएडा, दिल्ली और गाजियाबाद में 16 स्थानों पर मारे गए छापा में किसी भी पते पर फर्म चलते नहीं मिलीं।

लोहा मंडी में मैसर्स विशाल स्टील के नाम से लोहे का सप्लायर विशाल खंडेलवाल का ऑफिस है। अधिकारियों ने विशाल के ऑफिस और गोविंदपुरम स्थित आवास पर छापा मारा। मौके से बैंक पासबुक, बिल बुक, लैपटॉप, कंप्यूटर हार्ड डिस्क, चेकबुक सहित अन्य दस्तावेजों को कब्जे में ले लिया। यहां से व्यापारी के 44 फर्मों की जानकारी अधिकारियों को मिली। आरोपी मौके पर नहीं मिला। सीजीएसटी अधिकारियों का कहना है कि विशाल ने करीब 101.33 करोड़ की टैक्स चोरी कर 14.25 करोड़ की आईटीसी क्लेम किया था। इस मामले में फर्म द्वारा की गई खरीद फर्जी मिली। बिना वास्तविक माल के खरीद और बिक्री दस्तावेजों में दर्शायी गई थी। व्यापारी को अधिकारियों ने सम्मन जारी कर कार्यालय में आने के लिए कहा था। वीरवार को कार्यालय पहुंचे कारोबारी को गिरफ्तार कर सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे रिमांड पर भेज दिया गया।

सरकारी राजस्व को चूना लगाकर करोड़ों रुपये कमाने वाले फर्जी फर्मों से बड़ा खेल कर रहे हैं। फर्जी टैक्स इनवॉयस तैयार कर कारोबारी आईटीसी क्लेम करते हैं। इस तरह की फर्म आईटीसी क्लेम से मिलने वाली रकम के बाद अचानक बंद कर दी जाती हैं। अलग-अलग पते और शहरों में कागजी फर्म बनाकर एक-दूसरे से खरीद और बिक्री इनवॉयस में दिखाई जाती है।

इससे पहले भी सीजीएसटी विभाग ने 98 करोड़ की टैक्स चोरी में राकेश शर्मा नाम के तंबाकू कारोबारी को गिरफ्तार किया था। विभाग ने तीन महीनों में 400 करोड़ से अधिक की टैक्स चोरी पकड़ी है। दिल्ली गेट स्थित कारोबारी को घर से गिरफ्तार किया गया था, जिसने 7 फर्जी फर्मों से करोड़ों की टैक्स चोरी की थी।

टैक्स चोरी मामले में कारोबारी को रिमांड पर लिया गया है। अधिकारियों की टीम आगे की जांच कर रही है, जिससे इसमें शामिल अन्य लोगों को चिन्हित किया जा सके।
- आलोक झा, आयुक्त
केंद्रीय वस्तु एवं कर विभाग
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