रिपोर्ट :- एजेंसी


जिनेवा :- विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) ने भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से मची तबाही को लेकर चिंता जताई है। भारत में पहली बार पहचाना गया कोविड-19 का नया वैरिएंट दुनिया भर के अन्य देशों में भी पैर पसारने लगा है।  विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को कहा कि भारत में कोरोना के जिस वैरिएंट के कारण स्थिति बिगड़ी है वह अब तक 44 देशों में पाया जा चुका है ।

WHO की मुख्‍य वैज्ञानिक सौम्‍या स्‍वामीनाथन ने  कहा कि अभी तक भारत ने देश में संक्रमण की दर और मौतों के सही आंकड़े  नहीं बताए हैं लेकिन हालात काफी चिंताजनक  हैं। उन्‍होंने भारत सरकार से आह्वान किया है कि वे कोरोना वायरस से हो रही मौतों और संक्रमण के मामलों के सही आंकड़े जारी करे। उन्‍होंने कहा कि अगस्‍त तक भारत में 10 लाख मौतें कोरोना संक्रमण से हो सकती हैं। एक साक्षात्‍कार में स्‍वामीनाथन ने कहा कि भारत में अगस्‍त तक 10 लाख लोगों की मौत का अनुमान IHME का है। यह अनुमान उपलब्‍ध डेटा के आधार पर बताया गया है। उन्‍होंने कहा कि यह कोई  भविष्‍यवाणी नहीं है और यह आंकड़ा बदल भी सकता है। स्‍वामीनाथन ने कहा, 'इस समय  भारत के हालात बहुत खराब हैं। भारत और दक्षिणीपूर्वी इलाके में हम जितने मामले और मौतें प्रतिदिन देख रहे हैं, वे लिए चिंता का विषय हैं।'


अब तक 4500 से ज्यादा सैंपल्स में मिला भारतीय वैरिएंट
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस  से हाहाकार मचा हुआ है और संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं । विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)  के अनुसार कोरोना का B.1.617 वैरिएंट पिछले साल अक्टूबर महीने में भारत में पाया गया था, जो अब WHO के सभी 6 क्षेत्रों के 44 देशों में पाया गया है। भारतीय वैरिएंट अब तक 4500 से ज्यादा सैंपल्स में मिल चुका है। कोरोना वायरस का इंडियन वैरिएंट भारत के बाहर सबसे ज्यादा ब्रिटेन में सामने आया है।  बता दें कि इस सप्ताह के शुरुआत में डब्ल्यूएचओ ने B.1.617 की घोषणा की- जो कि अपने म्यूटेशन और विशेषताओं के कारण "चिंता का एक प्रकार" के रूप में गिना जाता है। इसलिए इसे पहली बार ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में कोविड -19 के तीन अन्य वैरिएंट वाली सूची में जोड़ा गया था।

भारतीय वैरिएंट ज्यादा संक्रामक 
भारत के इस नए वैरिएंट को वैज्ञानिक तौर पर B.1.617 नाम दिया गया है, जिसमें दो तरह के म्यूटेशंस (E484Q और L452R) हैं।यह वायरस का वह रूप है, जिसके जीनोम में दो बार बदलाव हो चुका है। भारत में फैल  रहा डबल म्यूटेंट वायरस E484Q और L452R के मिलने से बना है। बता दें कि L452R स्ट्रेन अमेरिका के कैलिफोर्निया में पाया जाता है, जबकि E484Q स्ट्रेन भारत में पाया जाता है।  यह वैरिएंट ज्यादा संक्रामक और तेजी से फैलता है।

भारत में 24 घंटे में 348421 नए केस 
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटे में भारत में 3 लाख 48 हजार 421 लोग  संक्रमित हुए है, जबकि इस दौरान 4205 लोगों की जान गई। इसके बाद भारत में कोरोना वायरस के संक्रमितों की कुल संख्या 2 करोड़ 33 लाख 40 हजार 938 हो गई है, जबकि 2 लाख 54 हजार 197 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। आंकड़ों के अनुसार देशभर में पिछले 24 घंटे में 3 लाख 55 हजार 338 लोग ठीक हुए, जिसके बाद कोविड-19 से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 1 करोड़ 93 लाख 82 हजार 642 हो गई है। इसके साथ ही देशभर में एक्टिव मामलों  में भी गिरावट आई है।
Previous Post Next Post