◼️यति नरसिंहानंद सरस्वती जी की हत्या गृहयुद्ध की आधिकारिक घोषणा होगी-अनिल यादव
सिटी न्यूज़ | हिंदी.....✍🏻
गाज़ियाबाद :- शिवशक्ति धाम डासना में यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज की हत्या के लिए सर्जिकल ब्लेड, साइनाइड और अन्य खतरनाक दवाई लेकर आने वाले दो युवकों को लेकर पूरे देश के हिन्दुओ में भीषण आक्रोश है। कोई भी ये समझ नहीं पा रहा है कि कैसे इतनी पुलिस व्यवस्था के होते हुए ये लोग मंदिर के अंदर कैसे पहुँच गए?
शिवशक्ति धाम डासना में एक ऑनलाइन प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए शिवशक्ति धाम डासना की श्रीमहन्त यति माँ चेतनानंद सरस्वती जी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज से इस सारे मामले को गंभीरता से लेकर उचित कार्यवाही करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जिस तरह यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज की हत्या के प्रयास रोज रोज किये जा रहे है, उन्हें अनदेखा करना बहुत ही गलत होगा। आज यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज सनातन धर्म की सबसे मजबूत आवाज हैं। उनकी हत्या होने से सम्पूर्ण हिन्दू समाज का मनोबल गिर जाएगा और इस्लामिक जिहादियो का मनोबल बहुत बढ़ जाएगा। यह स्थिति सम्पूर्ण सभ्य समाज के लिए बहुत दुखद होगी। इस स्थिति को रोकने के लिये स्वयं योगी महाराज हस्तक्षेप करें और उचित सुरक्षा प्रदान करके यति नरसिंहानंद सरस्वती के प्राणों की रक्षा करें।
प्रेस वार्ता के माध्यम से उन्होंने योगी जी से अनुरोध करते हुए कहा की प्रसाशनिक अधिकारी हमारी बात आप तक नही पहुँचने देते, ये हमारे साथ ही नही बल्कि प्रदेश की अधिकतर जनता के साथ हो रहा है। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए छोटा नरसिंहानंद कहे जाने वाले अनिल यादव ने कहा कि कोई भी यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज को हल्के में न ले। आज यति नरसिंहानंद सरस्वती जी करोड़ो हिन्दुओ की आवाज हैं। यदि जिहादी उनकी हत्या करने में सफल हो गए तो यह बहुत दुखद होगा और यह जिहादियो की ओर से गृहयुद्ध की आधिकारिक घोषणा होगी।
उन्होंने कहा कि इस गृहयुद्ध को शुरु तो जिहादी करेंगे पर इसका अंत यति नरसिंहानंद सरस्वती जी के शिष्य और अनुयायी करेंगे।
प्रेसवार्ता में कानूनी कार्यवाही पर अनिल यादव जी बताया की पुलिस का इस घटना में ढुल-मुल रवैया देखने को मिला है,पुलिस का उन दोनों व्यक्तियों पर बहुत हल्की धाराओं में मुकदमा करना जिहादियों का मनोबल बढ़ाना व भविष्य में उनके लिए निमंत्रण सिद्ध होगा। प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से लाल बाबा,यति रविन्द्रानंद सरस्वती,कवि अमित शर्मा, कवि चेतन नितिन खरे,श्रृंगी यादव,अनूप गुर्जर,अमित त्यागी,सर्वेश यादव,कुणाल यादव,साका पहलवान,आदि मौजूद रहे।