रिपोर्ट :- नासिर खान


लखनऊ :- भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर कम होते ही तीसरी लहरी यानी डेल्टा प्लस वैरीयंट का भय लोगों को सताने लगा है। तीसरी लहर कितनी घातक होगी और किसे ज्यादा प्रभावित करेगी यह सवाल लोगों के जहन में उत्पन्न हो रहा है। इन सब के बीच आज डेल्टा वैरिएंट को लेकर बुरी खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश में डेल्टा वायरस के 2 मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है। यह जानकारी अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने दी।

बता दें कि यूपी में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के दो मरीजों में से एक 66 वर्षीय व्यक्ति देवरिया का रहने वाला था और दूसरी गोरखपुर की महिला डॉक्टर है। देवरिया के रहने वाले बुजुर्ग की 29 मई को मौत हो गई थी और 26 मई को संक्रमित हुई महिला डॉक्टर होम आइसोलेशन में ही स्वस्थ हो चुकी हैं।

इस बाबत स्टेट सर्विलांस ऑफिसर डॉक्टर विकास इंदु अग्रवाल ने बताया कि दोनों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए इंस्टीट्यूट आफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलाजी (आइजीआइबी), नई दिल्ली भेजे गए थे। पीजीआई के निदेशक,डॉ आरके धीमान की माने तो, इस वैरियंट से,सभी ग्रुप के लोग प्रभावित हो सकते हैं ख़ासकर के बच्चों पर ये ज्यादा असरदायक हो सकता है क्योंकि बच्चों का वैक्सीनेशन नहीं किया गया है, वहीँ जो बड़े बुजुर्ग हैं उनका वैक्सीनेशन हुआ है,ऐसे में हमें कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर को अपने जीवन में शुमार रखना होगा।

इन बातों का रखें ध्यान
कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर,मतलब 2 गज की दूरी मास्क है जरूरी, हैंड सैनिटाइजेशन,साथ ही साथ,मार्केट से आने के बाद,घर में प्रवेश करने पर साबुन से हाथ धोना और बच्चों से उचित दूरी बनाए रखना,इन सभी चीजों के पालन से हम अपने बच्चों को बचा सकते हैं। वहीं निदेशक धीमान ने आगे बताया कि,तीसरी लहर को देखते हुए, एसजीपीजीआई अस्पताल ने उचित तैयारी कर रखी है पेडियाट्रिक डिपार्टमेंट में बच्चों के लिए,बेडों की व्यवस्था की गई है। पीजीआई निदेशक की माने तो आने वाले 2 से 3 माह में कोरोना के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस दस्तक दे सकता है,तो ऐसे में हमें,उचित सावधानी बरतनी होगी।
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