रिपोर्ट :- विकास शर्मा


हरिद्वार :- हरिद्वार के स्टेशन व शिवमूर्ति तथा श्रर्वण नाथ नगर में होटलों में जिस्मफरोशी का धंधा  अपराधिक गतिविधियों के क्षेत्र के  रूप में देखा जा रहा है। हरिद्वार नगरी का मध्य क्षेत्र शिवमूर्ति व रेलवे स्टेशन के आसपास में सेक्स वर्करों तथा अपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोगों का साय से ही जमावड़ा लग जाता है। जिसका कई बार स्थानीय दुकानदारों व नागरिकों द्वारा विरोध किया जा चुका है। क्षेत्र के अधिकतर होटल, लाज , धर्मशाला बाहरी व्यक्तियों द्वारा ठेके पर लिए हुए हैं। पुलिस की मिलीभगत से उक्त होटल और लॉज स्वामी अपने होटलों में ठहरने वाले यात्रियों को हर सुविधा मुहैया कराते हैं। 

ऐसा नहीं है कि पुलिस व स्थानीय प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है। प्रशासन मात्र पूर्व में ही निर्देशित  खाना पूरी करके कार्रवाई कर लेता है। ठेके पर लिए गए संचालकों द्वारा बिना किसी सत्यापन के होटलों में कमरे यात्रियों को उपलब्ध कराए जाते हैं। जिसके फलस्वरूप होटल में अपराधिक गतिविधियों में निरंतर वृद्धि हो रही है और धर्म नगरी में अपराधों और अय्याशी का ग्राफ निरंतर बढ़ता चला जा रहा है। होटल संचालकों द्वारा अपने होटलों  में ठहरने वाले लोगों को हर ऐशो आराम की सुविधा मुहैया कराई जाती रही है। ऐसे में पुलिस प्रशासन के चलते हरिद्वार धर्मनगरी की गरिमा धूमिल हो रही है और ऑपरेशन मर्यादा का नारा देने वाली उत्तराखंड पुलिस की भूमिका पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है।
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