रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :- कमला नेहरु नगर स्थित आठवीं बटालियन एनडीआरएफ कैंपस में  एनडीआरएफ ने स्वामी दीपांकर जी महाराज की मौजूदगी में देश की आज़ादी के 75वें स्वतंत्रता दिवस को अमृत महोत्सव के तौर पर बड़ी धूमधाम से मनाया। इस अवसर वर्ष 2021 के वृक्षारोपण कार्यक्रम को और आगे बढ़ाया है। इस अवसर पर विभिन्न प्रकार की प्रजातियों के पौधे लगाए गए I 

स्वामी दीपंकर का स्वागत एनडीआरएफ कमान्डेंट प्रवीण कुमार तिवारी द्वारा एनडीआरएफ अधिकारियों की मौजूदगी में एनडीआरएफ पुरुष एंव महिला  रेस्क्युर्स के साथ किया। कार्यक्रम का  मूल उद्देश्य लोगों में पर्यावरण के प्रति प्रेम भाव का संदेश देना है।

कार्यक्रम की कार्यक्रम के दौरान एनडीआरएफ कमान्डेंट प्रवीण कुमार तिवारी के अतिरिक्त डॉ सुनील गुप्ता उपस्थित रहे। स्वामी दीपंकर ने एनडीआरएफ के जवानों साथ मिलकर वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर स्वामी दीपंकर ने  एनडीआरएफ द्वारा अमृत महोत्सव पर बड़े स्तर पर  किये जा रहे वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के आयोजन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने  बताया कि एनडीआरएफ ने उनके मूल मंत्र आपदा सेवा सदैव सर्वत्र की सार्थकता को हर पैमाने पर सिद्ध किया है। प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रूप से मानव सेवा में एनडीआरएफ हमेशा अग्रणी रही है। उन्होंने अपने संबोधन में एनडीआरएफ बटालियन के रेस्क्युर्स का उत्साह वर्धन किया और नीम वृक्ष का पौधा लगाकर पर्यावरण के प्रति प्रेम का संदेश दिया।

कमांडेंट पीके तिवारी ने बताया कि आठवीं बटालियन एनडीआरएफ हमेशा पर्यावरण के संरक्षण के लिए तत्पर रहती है। उन्होंने बताया की वर्ष 2021 में अमृत महोत्सव के तहत अभी तक गाज़ियाबाद स्थित एनडीआरएफ कैम्प परिसर में सरकारी तथा गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से 12000 से अधिक पौधों को लगाया जा चुका है। तथा यह कार्यक्रम आगे भी जारी रहेगा। इस वर्ष मियामाकी प्रोजेक्ट के तहत एनडीआरएफ कैंपस में लगभग 8000 विभिन्न पौधों का सघन वृक्षारोपण किया गया है। यह अपने आप में गाज़ियाबाद का पहला ऐसा प्रोजेक्ट है जिसमें एक साथ कम फासले में सघन पौधरोपण किया गया है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को सुरक्षित रख कर ही हम अपनी आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित रख सकते हैं और साथ ही आपदाओं की संख्या में भी कमी ला सकते हैं।     एनडीआरएफ पर्यावरण और आपदा के बीच के रिश्ते को बाखूबी समझती है।  उन्होंने बताया एनडीआरएफ की टीमें 7x24x365 दिन हर आपदा से निपटने के लिए हमेशा तैयार है।  जहाँ उत्तराखंड में तैनात गाज़ियाबाद से एनडीआरएफ टीमें आज मॉनसून में लगातार ऑपेरशन जारी रखे हुए हैं वहीं एनडीआरएफ द्वारा पर्यावरण से जुड़ाव का भी एक संदेश  लोगों में दिया जा रहा है ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे और प्राकृतिक आपदाओं से बच जा सके।
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