रिपोर्ट :- विकास शर्मा


हरिद्वार :- शांभवी धाम के पीठाधीश्वर और शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने हिंदू समाज में प्रचलित जाति व्यवस्था को समाप्त कर एकजुट होने का आह्वान किया। इसके साथ ही केंद्र और उत्तराखंड सरकार से हिमालय में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक के लिए अध्यादेश लाने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि अगर विधानसभा चुनाव से पहले अध्यादेश को लागू नहीं किया गया तो संत समाज को साथ लेकर भाजपा चुनाव में विरोध करेगी।                                                                

स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने शांभवी धाम में अंतर्राष्ट्रीय युवा परिषद उत्तराखंड के प्रथम सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। कहा कि मदन मोहन मालवीय के साथ हुए समझौते के आधार पर सरकार को तत्काल हिमालय में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाने वाला अध्यादेश लागू करना चाहिए। स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने आरोप लगाया कि उत्तराखंड के हिंदू युवा आज पलायन को मजबूर हैं।पलायन तब रुकेगा जब सनातन धर्म के मंदिर सनातनियों के पास होंगे और उनके द्वारा चलाए जा रहे पूरे व्यवसाय पर हिंदुओं का पूरा अधिकार होगा।  

स्वामी आनंद स्वरूप ने अखाड़ा परिषद के विवाद पर चिंता व्यक्त की।  उन्होंने प्रयागराज में हुए परिषद के चुनाव को जायज ठहराया है। आशा व्यक्त की अखाड़ा परिषद जल्द ही एक हो जाएगी। उन्होंने बैरागी संतों की मदद से चुने गए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविद्र पुरी महाराज से भी प्रयागराज में चुनी गई दूसरी अखाड़ा परिषद का समर्थन करने की अपील की है। कहा कि अखाड़ा परिषद दशनाम सन्यासियों का संगठन है। इसलिए बैरागी अखाड़ों (वैष्णवों) को अखाड़ा परिषद में शामिल होने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि अखाड़ा परिषद जल्द से जल्द एक हो जाए।   इस मौके पर महेश स्वरूप महाराज, महामंडलेश्वर राजेंद्र भारती, काले बाबा, आशीष बलूनी, गौरव भारती, नीरज रावत, अरविंद राणा आदि मौजूद थे।
Previous Post Next Post