रिपोर्ट :- विकास शर्मा


हरिद्वार :- धर्म नगरी की आस्था का केंद्र हरकी पैड़ी पर गंगा पूजन करने पहुंचे सुराज सेवादल के लोगा नारेबाजी करने लगे। नारेबाजी करने से मना करने पर सुराज सेवा दल और गंगा सभा के पदाधिकारियों के बीच खासी कहासुनी हो गयी। जिस कारण से वहां माहौल गर्मा गया। बामुश्किल मामले को शांत कराया गया। और नारेबाजी कर रहे लोगों को हरकी पैड़ी से बाहर किया गया।

बता दें कि सुराज सेवा दल के कार्यकर्ता हरकी पौड़ी पर पहुंचे। जहां वे नारेबाजी करने लगे। हरकी पौड़ी पर नारेबाजी और प्रदर्शन करने पर गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ व अन्य पदाधिकारियों ने आपत्ति जताई। इतना ही नहीं गंगा सभा के पदाधिकारियों ने सुराज सेवादल के कार्यकर्ताओं को हरकी पैड़ी से बाहर जाने के लिए कहा। जिस पर दोनों पक्षों में खासी कहासुनी हो गयी। कड़ी मशक्कत के बाद गंगा सभा के पदाधिकारियों ने सेवादल के लोगों को हरकी पैड़ी से बाहर भेजा। गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ का कहना है कि हरकी पौड़ी धार्मिक स्थल है और यह लोगों की आस्था का केंद्र है। ऐसे में यहां नारेबाजी और प्रदर्शन करना धर्म का अपमान है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहाकि हरकी पैड़ी पर धार्मिक दृष्टिकोण से आना चाहिए न ही अपनी राजनैतिक विचारधारा के साथ। 

उधर सुराज सेवा दल के अध्यक्ष रमेश जोशी का कहना है कि हरकी पौड़ी पर सभी हिंदू संस्थाओं को अपनी बात कहने और रखने का अधिकार है। गंगा सभा इसमें अपनी मनमानी नहीं कर सकता। यह क्षेत्र मात्र गंगा सभा का ही अधिकार क्षेत्र नहीं है। गंगा सभा की इस तरह की मनमानी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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