रिपोर्ट :- नासिर खान

लखनऊ :- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के नये रूप ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर बुधवार को स्पष्ट कहा कि संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है, इसलिए सभी लोग कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करें। राज्य सरकार हर प्रदेशवासी के जीवन और जीविका की सुरक्षा के लिए संकल्पित है। मुख्यमंत्री ने लोकभवन में अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की और वर्चुअली भी प्रदेश भर के अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि अभी इस संक्रमण का खतरा टला नहीं है, इसलिए सभी लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें, मास्क लगाएं, सेनेटाइजर का उपयोग करें और सोशल डिस्टेन्सिंग का कड़ाई से पालन करें। संक्रमण को लेकर अनावश्यक घबराने की जरूरत नहीं है। जरूरत इस बात की है कि इस संक्रमण से बचने के लिए सभी एहतियात बरते जाएं। आईसीसीसी तथा निगरानी समितियों को प्रभावी ढंग से एक्टीवेट किया जाए और इनकी गतिविधियों का निरीक्षण भी किया जाए। निगरानी समितियां अपने-अपने सम्बन्धित क्षेत्रों में टीका न लगवाने वाले लोगों की सूची तैयार कर जिला प्रशासन को उपलब्ध करायें। जिला प्रशासन इनके टीकाकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करें।    

शादी समारोह और अन्य आयोजनों में बंद स्थानों में एक समय में 100 से अधिक लोगों की सहभागिता न हो। खुले स्थान पर ग्राउंड की कुल क्षमता के 50 फीसदी से अधिक लोगों के उपस्थिति की अनुमति न दी जाए। मास्क-सेनिटाइजर की अनिवार्यता रहे। रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू रात 10 से प्रात: 6 बजे तक लागू किया जाए। यह व्यवस्था 6 जनवरी, 2022 से प्रभावी होगी।  मुख्यमंत्री ने सभी शासकीय, अर्द्धशासकीय तथा निजी कार्यालयों, आई0टी0 संस्थाओं, कंपनियों, ऐतिहासिक स्मारकों, होटल-रेस्त्रां, औद्योगिक इकाइयों, व्यापारिक स्थलों, मॉल्स, अस्पतालों, आस्थानों सहित धार्मिक स्थलों पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इन सभी जगहों पर लोगों को बिना स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन के प्रवेश न दिया जाए। प्रत्येक जनपद में मौजूद एम्बुलेन्सों में से 10 प्रतिशत एम्बुलेंस को आईसीसीसी से जोड़ने के निर्देश दिये।
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