रिपोर्ट :- वेद प्रकाश चौहान
देहरादून :- पूर्व गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद उर्फ मसाज बाबा के खिलाफ नैनीताल हाईकोर्ट की डबल बैंच के आदेश से देहरादून में करोड़ों की संपत्ति धोखाधड़ी पूवर्क बेच देने और एक महिला साध्वी को जान से मारने की धमकी देने की एफआईआर रायवाला थाने में दर्ज हुई है। हाईकार्ट ने हरिपुर कलां स्थित सहजयोग आश्रम की संचालिक और दिवंगत सहजप्रकाश की शिष्या की तरफ से आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के वाद पर सुनवाई करते हुए यह आदेश जारी किया था, जिस पर दून के रायवाला थाने में केस दर्ज हो गया है। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है। गौरतलब है कि स्वामी चिन्मयानंद पहले भी कई मामलों में आरोप लगने पर चर्चित रहे हैं। बच्चें और महिलाओं से मसाज कराने के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था। अब उन पर कुछ अन्य के साथ मिलकर धोखाधड़ी पूवर्क करीब सात करोड़ रुपए की जमीन धोखे से विक्रय कर देने की एफआईआर रायवाला थाने में दर्ज हुई है।
चिन्मयानंद के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराने वाली साध्वी तृप्ता सरस्वती ने बताया कि क्रिमिनल रिट पर सुनवाई करते हुए नैनीताल हाईकोर्ट ने 24 दिसम्बर 2021 को आदेश जारी किए। जिसमें पुलिस को एफआईआर दर्ज कर जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। साध्वी तृप्ता सरस्वती शिष्या ब्रहमलीन स्वामी सहज प्रकाश निवासी हरिपुरकलां रायवाला ऋषिकेश देहरादून मे निवास करती हैं। हरिद्वार में लक्सर रोड स्थित उनके आश्रम से जुड़ी करीब 36 बीघा कृषि भूमि को हरिद्वार निवासी अनुज सिंह, सागरमुनी, अंशुल श्रीकुंज व स्वामी चिन्मयानंद( पूर्व गृह राज्य मंत्री)ने धोखाधड़ी पूवर्क बेच दिया। विरोध करने पर साध्वी तृप्ता को जान से मारने की धमकी दी गई। देख लेने की धमकी दी जा रही है। इससे साध्वी तृप्ता को जान को खतरा बना हुआ है। ऐसे में कोर्ट के आदेश पर साध्वी तृप्ता की तरफ से एसएसपी देहरादून को दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर रायवाला थाने में स्वामी चिन्मयानंद समेत अन्य के खिलाफ फर्जी तरीके से जमीन बेच देने और जान से मारने की धमकी की एफआईआर दर्ज की गई है।
करीब सात करोड़ रुपए की जमीन का मामला:
साध्वी तृप्ता सरस्वती शिष्या ब्रहमलीन सहज प्रकाश ने बताया कि उनके गुरू के आश्रम के स्वामित्व वाली जमीन हरिद्वार में लक्सर रोड पर थी। करीब 36 बीघा कृषि भूमि को चिन्मयानंद व उसके सहयोगिनों ने मिलकर करीब 7 करोड़ रुपए में धोखाधड़ी पूवर्क बेच डाली। तृप्ता को जब इसका पता चला तो उसने विरोध किया। विरोध करने पर जान से मारने की धमकियां मिली।