सिटी न्यूज़ | हिंदी.....✍🏻

गाजियाबाद :- शहर सीट से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज कर भाजपा विधायक अतुल गर्ग फिर मंत्री पद की दौड़ में शामिल हो गए हैं। एक धड़े के विरोध के बावजूद जनता ने उन्हें प्रतिनिधि के रूप में चुना। बेदाग छवि और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर उन्हें खूब वोट मिले।

गाजियाबाद के प्रथम महापौर दिनेश चंद गर्ग के बेटे अतुल गर्ग ने पहली बार 2012 में भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। बसपा के प्रत्याशी रहे सुरेश बंसल ने उन्हें 12121 वोटों से हराया था। 2017 में उन्होंने फिर से गाजियाबाद सीट पर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा। मोदी लहर में उन्होंने 70500 वोटों से जीत दर्ज की। 

योगी सरकार में उन्हें स्वास्थ्य राज्यमंत्री का पद भी मिला। इस चुनाव में उन्होंने बसपा प्रत्याशी सुरेश बंसल को हराया था। बीते पांच साल राज्यमंत्री रहे अतुल गर्ग से लाइन पार क्षेत्र में कुछ लोग नाराज दिखे, लेकिन मतदान के दिन तक आते-आते भाजपाइयों ने यह नाराजगी भी काफी हद तक दूर कर ली थी। मतगणना में अतुल गर्ग ने पहले ही राउंड से बढ़त बनानी शुरू कर दी थी और अंतिम चक्र तक जारी रखी। उनके प्रतिद्वंदी बसपा प्रत्याशी केके शुक्ला किसी भी राउंड में उनसे ज्यादा वोट नहीं ले पाए।

बागी हुए केके शुक्ला भी न रोक पाए विजय रथ को
लंबे समय से भाजपा में रहे केके शुक्ला भी गाजियाबाद विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट के प्रबल दावेदार थे। ब्राह्मण चेहरा होने के साथ-साथ उन्हें पूर्व में चुनाव लड़ने का अनुभव भी था। टिकट न मिलने पर उन्होंने भाजपा को छोड़ न सिर्फ बसपा का दामन थाम लिया, बल्कि पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी बनाकर चुनाव में भी उतार दिया। केके शुक्ला को वोट भी खूब मिले, लेकिन भाजपा के विजयरथ को नहीं रोक पाए। गठबंधन के प्रत्याशी विशाल वर्मा भाजपा को टक्कर भी नहीं दे पाए। वह तीसरे नंबर पर रहे।
Previous Post Next Post