रिपोर्ट :- संजय चौहान
उत्तराखण्ड/हरिद्वार :- धर्मनगरी हरिद्वार में गणपति महोत्सव का आगाज उल्लास के साथ हो गया है। बुधवार को गणेश चतुर्थी पर कई स्थानों पर सजे पंड़लों में भगवान गणपति विराजमान हुए। इसके साथ ही घरों में भी गणपति को विराजमान किया गया। गणेश चतुर्थी पर गणपति बप्पा मोरया की गुंज सुनायी दी। सबसे खास गणपति स्थापना हरिद्वार श्रवण नाथ नगर स्थित श्री गणेश युवा संगठन के 12वें विशाल गणपति महोत्सव में हुई, जहां करीब 18 फीट ऊंची गणेश भगवान की विशाल मूर्ति को 10 दिन के लिए स्थापित किया गया, जोकि आसपास के लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। यह जानकारी श्री गणेश युवा संगठन के संरक्षक कार्तिक अरोड़ा द्वारा दी गयी।
वहीं, पंडित राकेश उपाध्याय ने बताया कि 8 सितम्बर को विशाल भण्डारे का आयोजन किया जाएगा, इसके बाद अगले दिन 9 सितम्बर को विधि-विधान पूर्वक विसर्जन कार्यक्रम आयोजित होगा। इस टीम में मुख्य रूप से कार्तिक अरोड़ा, साहिल अरोडा, चयन वोहरा, ईशू फुलवानी, नमन भल्ला, सार्थक कुकरेजा, आयूष, चिराग कुकरेजा, विश्वास चौधरी, कशिश भाटिया, विशाल चौहान, मन्नू आदि मौजूद रहे। विसर्जन 9 सितम्बर, भण्डारे का आयोजन 8 सितम्बर को किया जाएगा।
हरिद्वार में जगह-जगह गणपति महोत्सव का आगाज हो गया है। वहीं, भगवान गणपति को उनकी ननिहाल में भी विधि पूर्वक विराजमान किया गया। श्रावण मास पर्यन्त भगवान शिव का कनखल में वास रहता है। श्रावण समाप्त होते ही भगवान शिव के गमन के बाद अब उनके पुत्र भगवान गणेश 10 दिनों के लिए अपनी ननिहाल में विराजमान हो गए। इस दौरान पंडित राकेश उपाध्याय ने पूजा-अर्चना की और गणपति महोत्सव का शुभारम्भ किया।
श्रवण नाथ नगर में 10 दिनों के लिए विराजमान होते ही क्षेत्र में गणपति बप्पा मोरया के जयघोष से गुंजायमान हो उठी। भगवान गणेश आज से 10 दिनों तक विराजमान रहेंगे। कार्तिक अरोड़ा ने बताया कि कोरोना के कारण दो साल से गणेश महोत्सव नहीं मनाया जा रहा था। इस बार बहुत ही भव्य रूप में गणेश चतुर्थी मनाई जा रही है, जिसको लेकर भक्तो में भी काफी उत्साह है। 10 दिनों तक गणेश जी की पूजा की जाएगी।