रिपोर्ट :- गजेंद्र सिंह

नई दिल्ली :- दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को उनके लॉकर की तलाशी के दौरान कुछ नहीं मिला और एजेंसी ने उन्हें "क्लीन चिट'' दे दी है। सीबीआई के चार सदस्यीय एक दल ने गाजियाबाद के वसुंधरा स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की शाखा में सिसोदिया के बैंक लॉकर की आज यानी मंगलवार को करीब दो घंटे तलाशी ली। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सिसोदिया उन 15 लोगों और संस्थाओं में शामिल हैं, जिन्हें दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के कार्यान्वयन में हुई कथित अनियमितताओं के सिलसिले में दर्ज सीबीआई की प्राथमिकी में नामजद किया गया है। 

तलाशी खत्म होने के बाद सिसोदिया ने पत्रकारों से कहा कि सीबीआई दबाव में काम कर रही है। सिसोदिया ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ मुझे खुशी है कि मुझे आज तलाशी में सीबीआई से ‘क्लीन चिट' मिली। उन्हें मेरे लॉकर या आवास की तलाशी से कुछ भी ऐसा नहीं मिला जिससे कानून का उल्लंघन होता हो।'' इससे पहले सुबह के समय जब सिसोदिया और सीबीआई की टीम बैंक पहुंची, तो मीडियाकर्मियों के बीच धक्का मुक्की हुई और भीड़ जमा हो गई। सिसोदिया ने सोमवार को ट्वीट किया था, सीबीआई का स्वागत है।  

उन्होंने लिखा था कि कल सीबीआई हमारा बैंक लॉकर देखने आ रही है। 19 अगस्त को मेरे घर पर 14 घंटे के छापे में कुछ नहीं मिला था। लॉकर में भी कुछ नहीं मिलेगा। सीबीआई का स्वागत है। जांच में मेरा और मेरे परिवार का पूरा सहयोग रहेगा।'' सीबीआई ने 19 अगस्त को इस मामले में सिसोदिया के आवास समेत 31 स्थानों पर छापे मारे थे। 

सिसोदिया का कहना है कि उन्हें एक झूठे मामले में आरोपी बनाया गया है, ताकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आगे बढ़ने से रोका जा सके जो 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकल्प के तौर पर उभरे हैं। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को विधानसभा के विशेष सत्र में कहा था कि राज्य की सरकारों को गिराने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार एक ‘‘सीरियल किलर'' की तरह बर्ताव कर रही है। उन्होंने यह भी कहा थ कि उनके खिलाफ दर्ज सीबीआई की प्राथमिकी "फर्जी" तथा "महज सूत्रों" पर आधारित है।
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