रिपोर्ट :- विकास शर्मा

उत्तराखण्ड :- हरिद्वार में गंगा सफाई के नाम 19 दिनों के लिए गंगा बंदी के दौरान पर लाखों रुपए के सफाई अभियान 5 अक्टूबर से 24 अक्टूबर 19 दिनों के सफाई अभियान में कुछ भी कार्य सिंचाई विभाग द्वारा नहीं किया गया है संपूर्ण गंगा में गंदगी का साम्राज्य व्याप्त है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नमामि गंगे का सपना धूमिल होता नजर आ रहा है।                                   
विगत कई वर्षों से दशहरे पर्व से गंगा को सफाई तथा मरम्मत कार्य हेतु दीपावली तक बंद किया जाता रहा है। यह कार्य यूपी सिंचाई विभाग द्वारा निष्पादित किया जाता है। जिसमें यूपी सरकार द्वारा लाखों रुपए का बजट गंगा के सफाई अभियान हेतु दिया जाता है । इन 20 दिनों के गंगा सफाई कार्य में गंगा की सफाई तथा सिल्ट निकासी गंगा के तटों की मरम्मत का कार्य पूर्ण किया जाता है। 

लेकिन इस बार सिंचाई विभाग का गंग नहर को बंद करने के उपरांत कहीं भी दूर तक कोई सफाई अभियान आरंभ होता नजर नहीं आ रहा। तमाम गंगा गंदगी से अटी पड़ी है और घाटों पर गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। इस सफाई अभियान में कई सामाजिक संस्थाएं भी अपना योगदान करती रही है। लेकिन इस बार सिंचाई विभाग के साथ-साथ गंगा सफाई अभियान हेतु अपना योगदान देने वाली संस्थाएं भी पूर्ण रूप से गायब है। गंदा को स्वच्छता रखने का अभियान पर करोड़ों रुपए खर्च करने के उपरांत भी गंगा आज भी उपेक्षा के कारण मेली नजर आ रही है। 

करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र रही मां गंगा का सफाई अभियान धूमिल होता नजर आ रहा है। दीपावली में मात्र 4 दिन बचे हैं ऐसे में गंगा की सफाई अवधि पूर्ण हो रही है। गंगा सफाई के बारे में सिंचाई विभाग के अधिकारीगण कोई भी माकूल जवाब नहीं दे रहे। ऐसे में क्या करोड़ों लोगों की आस्था का केंद मां गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाया जा सकेगा इसमें संदेह नजर आ रहा है।
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