रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- ज्ञान पीठ केन्द्र 1, स्वरुप पार्क जी. टी. रोड साहिबाबाद के प्रांगण में वीरेन्द्र यादव एडवोकेट निवर्तमान जिला महासचिव समाजवादी पार्टी जनपद गाज़ियाबाद के नेतृत्व में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, किसानो के मसीहा, ईमानदारी और नैतिकता की प्रतिमूर्ति, गाँव, गरीब की आवाज श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह की 120वीं जयंती “किसान दिवस” के रूप में मनाई गयी, इस अवसर पर उपस्थित कार्यकर्ताओं ने श्रद्धेय चौ0 चरण सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
       
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने कहा कि चौधरी चरण सिंह का जन्म 23 दिसंबर 1902 मेरठ जिले के नूरपुर में एक साधारण किसान परिवार में हुआ, विलक्षण प्रतिभा और लगन से उन्होंने गाज़ियाबाद से लाल किला तक सफ़र किया, वे सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी, नैतिकता के प्रबल पक्षधर थे, शोषित, वंचितों, उपेक्षितों, अन्नदाता किसान बंधुओं के कल्याण के लिए चौ0 चरण सिंह आजीवन संघर्षरत रहे, महात्मा गाँधी के बाद कोई भी राष्ट्रीय नेता भारत के गाँव, गरीबी, किसान की समस्या से अवगत तथा समाधान के लिए तत्पर था, वह चौधरी चरण सिंह थेI वे व्यक्ति नहीं विचारधारा उनकी आर्थिक समझ बेजोड़ थी, भारत जैसे विशाल देश जिसमे बेरोजगारों की संख्या अधिक है, इस समस्या  का हल वह लघु कुटीर, मझोले उद्योगों को बढ़ावा देना प्रोत्साहित करना मानते थे, 1952 में जमींदारी उन्मूलन अधिनियम उत्तर प्रदेश में लागू कर गरीब, मजदूर, किसान को जमीन का  मालिक बनने में मील का पत्थर साबित हुआ, किसानो का शोषण करने वाले 27000 पटवारियों के बस्ते रखवा, सभी धर्मो, वर्गों के नवजवानों को लेखपाल बना दिया, उसमे सबसे अधिक भर्ती अनुसूचित के नवजवानों की हुई।

उत्तर प्रदेश में भूमि सुधार का श्रेय देश के पांचवे प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को ही जाता है, उनके द्वारा की गयी पहल का ही परिणाम था कि यूपी में मंत्रियों के वेतन और उन्हे मिलने वाले अन्य लाभों को काफी कम कर दिया गया था, मुख्यमंत्री के रूप में जोत अधिनियम,1960 को लाने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी, यह अधिनियम जमीन रखने की अधिकतम सीमा को कम करने के उद्देश्य से लाया गया था ताकि राज्य भर में इसे एक समान बनाया जा सके| चौ0 चरण सिंह ने 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक प्रधानमंत्री का पद संभाला, चौ0 चरण सिंह ने अपना सम्पूर्ण जीवन भारतीयता और ग्रामीण परिवेश की मर्यादा में जीया, चौ0 चरण सिंह को उन नेताओं के रूप में याद किया जाता है जिन्होने लोगों के बीच रहकर सरलता से कार्य करते हुए सादगी से अपना जीवन जीया, एक समर्पित लोक कार्यकर्ता एवं सामाजिक न्याय में दृढ़ विश्वास रखने वाले चरण सिंह को यूँही किसानों का मसीहा नहीं कहा जाता है, इसके पीछे उनके जीवन भर का संघर्ष रहा है।
     
पुष्पांजलि अर्पित करने में प्रमुख रहे, अंशु ठाकुर, इंजी0 धीरेन्द्र यादव, विक्की ठाकुर, अवधेश यादव, गुड्डू यादव, माजिद ठाकरान, नागेन्द्र मौर्य, यासीन मुखिया, उपेन्द्र गुप्ता, फिरोज प्रधान, देवनाथ भारती, मुनीव राम यादव, वकील चौधरी, संजय यादव, चौधरी फ़ौजुद्दीन, अमर बहादुर, मोसीन राणा, प्रेम चंद पटेल, गुल अली, केदार सिंह, हरिशंकर यादव, सुरेन्द्र यादव इत्यादि।
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