◼️विधायक के प्रतिनिधि सहित 13 युवकों पर नामदर्ज मुकद्दमा दर्ज होने के बाद भी अभी तक गिरफ्तारी से दूर क्यों ‍? 



रिपोर्ट :- वेद प्रकाश चौहान

उत्तराखण्ड :- हरिद्वार खन्नानगर के बहुचर्चित गोलीकांड प्रकरण में कोर्ट के आदेश पर ज्वालापुर कोतवाली में विधायक प्रतिनिधि सहित 13 नामदर्ज युवकों व 9-10 अज्ञात के खिलाफ धारा 307, 506, 427, 342, 149, 148, 147 के तहत मुकद्दमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस राजनीतिक दबाव के चलते दूूसरे पक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जिसके चलते ज्वालापुर पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ गयी है। 

गौरतलब है कि दूसरे पक्ष ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। विष्णु अरोड़ा पक्ष की शिकायत पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने भाजपा नेता दीपक टंडन सहित विधायक मदन कौशिक के प्रतिनिधि किशान बजाज सहित अन्य आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे, जिसके बाद ज्वालापुर कोतवाली में दीपक टंडन, शशांक पंडित, गोली ऊर्फ हर्षदीप, किशन बजाज, अर्जुन भूरा, सुमित कटारिया, गौरव घोष, नितिन शर्मा, दीपू शर्मा, सटरू, सागर टंडन, नवीन, राहुल चौहान सहित 9-10 अज्ञात के खिलाफ धारा 307, 506, 427, 342, 149, 148, 147 के तहत मुकद्दमा तो दर्ज कर लिया।

पीडित पक्ष विष्णु अरोडा आदि का कहना है कि पुलिस राजनीतिक दबाव के चलते दीपक टंडन, किशन बजाज सहित अन्यों नामदर्ज युवकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जबकि एक सप्ताह से अ‌‌धिक का समय मुकद्दमा दर्ज हुए बीत चुका है। आखिर किस स्थानीय राजनीतिक व्यक्ति के दबाव में ज्वालापुर पुलिस कार्रवाई करने से बच रही है, जिससे कहीं न कहीं ज्वालापुर पुलिस की भ्रष्ट कार्यशैली शहर में चर्चा का विषय बनती जा रही है।गौरतलब है कि छह अगस्त 2022 को ज्वालापुर स्थित अनुराग पैलेस में भाजपा का कार्यक्रम चल रहा था। तभी पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के करीबी दो नेताओं में मारपीट हुई। इसके बाद खन्नानगर में मारपीट, तोड़फोड़ और फायरिंग हुई थी। 

पुलिस ने विष्णु सहित अन्य आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्जकर 10 से ज्यादा आरोपितों को गिरफ्तार किया था। खन्नानगर प्रकरण मामले में अधिवक्ता की अपील पर न्यायालय के आदेश पर कोतवाली ज्वालापुर को दीपक टंडन, विधायक प्रतिनिधि किशन बजाज समेत 13 युवकों को नामजद करते हुए 9-10 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। एडवोकेट अरूण भदौरिया ने बताया कि 06 अगस्त 22 की दोपहर को अनुराग पैलेस में भाजपा के एक कार्यक्रम में मेरे परिचित व्यपार मंडल के अध्यक्ष विष्णु अरोडा के साथ दीपक टंडन के बीच कहासुनी - हुई थी। वहां मौजूद लोगों ने मामले को समझा बुझा कर शांत करा करा दिया था। 

लेकिन दीपक डण्डन ने अपने घर जाकर अपने साथियों को बुलाकर षडयंत्र के तहत उसी दिन दोपहर को विष्णु अरोड़ा का छोटा भाई कृष्ण अरोडा खाना लेने के लिए अपने घर आ रहा था, तभी दीपक टण्डन ने अपने साथी शशांक, किशन बजाज, अर्जुन भूरा, गोली ऊर्फ हर्ष दीप, सुमित कटारिया, गौरव घोष, नितिन शर्मा, दीपू शर्मा, सटल, सागर टण्डन, नवीन राहुल चौहान व 9-10 अन्य युवकों ने कृष्ण अरोड़ा को बुलाकर अनुराग पैलेस की घटना बताते हुए मारपीट शुरू कर दी। जिसकी जानकारी पडोसी ने विष्णु अरोड़ा को दी। आरोप हैं कि जब विष्णु अरोडा गली नंबर 4 में दीपक टण्डन के घर के पास पहुंचा तो पहले से तैयार दीपक टंडन, शंशाक, किशन बजाज ने जान से मारने की नीयत से लोहे के सरिये व तलवार से हमला करते हुए रिवाल्वर से फॉयर कर दिया। हमले में विष्णु अरोड़ा बाल बाल बच गये। 

विष्णु अरोडा अपनी जान बचाकर मौके से भागा। आरोप हैं कि उक्त युवकों ने विष्णु अरोड़ा को दिखाई देने पर जान से मारने की धमकी दी। इसी दौरान उक्त युवकों ने कृष्ण अरोड़ा की नई स्कूटी तोड कर करीब 90 हजार का नुकसान कर दिया। न्यायालय की ओर से अधि वक्ता की अपील पर कोतवाली ज्वालापुर पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए गए थे, जिसमें 30 नवम्बर 2022 को पुलिस ने मुकद्दमा दर्ज कर लिया है।
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